इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की दूसरी सबसे सफल टीम चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) को कहा जाता है। सीएसके 4 बार आईपीएल की ट्रॉफी जीतने में कामयाब रही है। लेकिन आईपीएल के 15वें सीजन में चेन्नई की शुरुआत बेहद ही खराब रही है। इस सीजन में टीम ने 3 मुकाबले खेल लिए हैं और तीनों में ही हार का सामना किया है। चेन्नई को आईपीएल के इस सत्र में अभी भी अपनी पहली जीत की तलाश है।
सीएसके ने अब तक खेले तीनों मुकाबलों में अपनी टीम में बदलाव किये थे। उसके बावजूद टीम को हर मैच में शिकस्त मिली। अब चेन्नई को अपना अगला मैच 9 अप्रैल को सनराइजर्स हैदराबाद के विरुद्ध खेलना है। इस मुकाबले को जीतने के लिए चेन्नई को एक नई रणनीति तैयार करनी होगी, और एक संतुलित टीम के साथ मैदान पर उतरना पड़ेगा। टूर्नामेंट में अगर चेन्नई को बने रहना है तो उसको आगे होने वाले हर मैच के लिए स्ट्रांग प्लेइंग इलेवन चुननी होगी। टीम में कई अनुभवी और कई युवा खिलाड़ियों का मिश्रण है। इस आर्टिकल में 3 खिलाड़ियों का जिक्र करेंगे जिनको शायद आईपीएल के इस सीजन में चेन्नई की प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं मिले।
3 खिलाड़ी जिन्हें शायद आईपीएल 2022 में CSK की तरफ से एक भी मैच खेलने का मौका न मिले
#3 सिमरजीत सिंह
सिमरजीत सिंह को चेन्नई फ्रेंचाइजी ने 20 लाख रूपये में खरीदा था। इनके पास अच्छी गति से गेंदबाजी करने की कला है। लेकिन इनके पास अनुभव की कमी है, और लिस्ट ए के इनके आंकड़ें भी कुछ खास नहीं है। अपने लिस्ट ए के करियर में सिमरजीत ने 23 मुकाबले खेले हैं जिनमें इन्होंने 38.73 की औसत से 23 विकेट लिए हैं। सीएसके के पास पहले ही ढेर सारे अनुभवी तेज गेंदबाजों के विकल्प मौजूद हैं, ऐसे में सिमरजीत का इस सीजन में मैच खेल पाना मुश्किल है।
#2 नारायण जगदीसन
नारायण जगदीसन एक विकेटकीपर बल्लेबाज हैं। सीएसके के पास विकेटकीपर के रूप में धोनी पहले से मौजूद हैं। धोनी अगर चोटिल भी हो जाते हैं तो टीम के पास दूसरे विकेटकीपर के विकल्प तौर पर रॉबिन उथप्पा मौजूद हैं। ऐसे में जगदीशन का टीम की प्लेइंग इलेवन में जगह बना पाना संभव नहीं है। अपने 5 मैचों के आईपीएल करियर में जगदीशन 16.50 की औसत से 33 रन बना पाए हैं।
#1 कनुमुरी भगत वर्मा
23 वर्षीय ऑलराउंडर कनुमुरी भगत वर्मा को चेन्नई ने 20 लाख रूपये खर्च करके टीम का हिस्सा बनाया था। भगत वर्मा एक स्पिन गेंदबाज हैं और सीएसके की टीम में रविंद्र जडेजा और मोईन अली के रूप में दो बड़े खिलाड़ी हमेशा प्लेइंग इलेवन में मौजूद रहते हैं। अगर इनमें से कोई चोट के चलते बाहर होता है तो ऐसे में मिचेल सैंटनर को उनकी जगह चुन लिया जाता है। ऐसे में भगत वर्मा का इस सत्र में आईपीएल डेब्यू कर पाना मुश्किल है।