भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) दुनिया की सबसे दिग्गज टीमों में से एक है। भारत की टीम में उन्हीं प्लेयर्स को मौका मिलता है जो काफी टैलेंटेड होते हैं और लगातार बेहतरीन प्रदर्शन करते हैं। भारत में इतने बेहतरीन खिलाड़ी होते हैं कि कई खिलाड़ियों को मौका ही नहीं मिल पाता है। बड़ी मुश्किल के बाद किसी प्लेयर को भारत की जर्सी पहनने को मिलती है और अगर उसका प्रदर्शन वहां अच्छा नहीं रहा तो जल्द ही कोई दूसरा खिलाड़ी रिप्लेस कर लेता है। इसी वजह से कई खिलाड़ियों को केवल कुछ ही मैचों में खेलने का मौका मिलता है।
हम आपको इस आर्टिकल में 3 ऐसे ही टैलेंटेड खिलाड़ियों के बारे में बताएंगे जिन्हें भारतीय टीम की तरफ से ज्यादा मौके नहीं मिले। अगर इन्हें दोबारा मौका मिले तो ये काफी उपयोगी साबित हो सकते हैं।
3 खिलाड़ी जिन्हें भारतीय टीम में दोबारा मौका दिए जाने की जरुरत है
3.फैज फजल
जून 2016 में जिम्बॉब्वे दौरे के लिए जब फैज फजल को टीम में शामिल किया गया तो कई लोगों को बड़ी हैरानी हुई। हालांकि उस दौरे पर फैज को महज एक वनडे मैच खेलने का मौका मिला, जिसमें उन्होंने नाबाद 55 रन बनाए। वो भारत के ऐसे क्रिकेटर बने जिन्होंने 30 साल की उम्र में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में पर्दापण किया।
फैज फजल को चयनकर्ताओं ने उनके घरेलू क्रिकेट में बेहतरीन प्रदर्शन का ईनाम दिया। 2015-16 के रणजी सीजन में फैज फजल ने 44.62 के शानदार औसत से 714 रन बनाए थे। इस दौरान उन्होंने 3 बेहतरीन शतक भी लगाए थे। इनमें से एक शतक उनका काफी शानदार था जो उन्होंने ईरानी कप में रेस्ट ऑफ इंडिया की तरफ से बनाया था। उस मैच में फैज ने 480 रनों के बड़े स्कोर का पीछा करते हुए 127 रनों की जबरदस्त पारी खेली थी।
दिसंबर 2003 में अपने पहले फर्स्ट क्लास मैच में ही फैज फजल ने 151 रनों की बेहतरीन पारी खेली। वहीं 2004 के अंडर-19 वर्ल्ड कप में भी उनको खेलने का मौका मिला, लेकिन चोट के कारण उन्हें टूर्नामेंट से बाहर होना पड़ा।
फैज फजल ने अपने 125 फर्स्ट क्लास मैचों में 8404 रन बनाए हैं। जबकि 107 लिस्ट ए मुकाबलों में उनके नाम 3452 रन हैं। अगर उन्हें भारतीय टीम की तरफ से दोबारा खेलने का मौका मिले तो वो काफी उपयोगी साबित हो सकते हैं। भले ही उनकी उम्र 36 साल हो गई है लेकिन एक बार फैज फजल को आजमाया जा सकता है।
2.अभिनव मुकुंद
सलामी बल्लेबाज अभिनव मुकुंद को भी भारतीय टीम की तरफ से ज्यादा मैचों में खेलने का मौका नहीं मिला। भारतीय टीम की तरफ से 7 टेस्ट मैचों में मुकुंद ने 22.85 की औसत से 320 रन बनाए हैं।
2011 में वेस्टइंडीज के दौरे से पहले भारतीय टीम के नियमित सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर और वीरेंदर सहवाग चोट के कारण सीरीज से बाहर हो गए थे, जिसके बाद अभिनव मुकुंद को टीम में जगह दी गई। लेकिन अगली ही सीरीज में दोनों बल्लेबाज चोट से उबर कर वापस टीम में आ गए और मुकुंद को बेंच पर बैठना पड़ा। इसके बाद वो भारतीय टीम में वापसी नहीं कर पाए।
हालांकि उन्होंने घरेलू क्रिकेट में अच्छे रन बनाए। अभिनव मुकुंद अब तक 145 प्रथम श्रेणी मैच खेल चुके हैं। जिसमें उन्होंने 47.93 की औसत से 10258 रन बनाए हैं। इतने रन उनकी नेशनल टीम में वापसी के लिए काफी हैं, ऐसे में उनको एक मौका जरुर देना चाहिए।
1.संदीप शर्मा
संदीप शर्मा एक जबरदस्त बेहतरीन तेज गेंदबाज हैं। उन्होंने जुलाई 2015 में हरारे में जिम्बाब्वे के खिलाफ अपना डेब्यू किया था। हालांकि वो मात्र 2 ही टी20 अंतर्राष्ट्रीय मुकाबले खेल पाए और उस दौरे के बाद उन्हें कभी भी खेलने का मौका नहीं मिला।
संदीप शर्मा टी20 के एक शानदार गेंदबाज हैं, इसका शानदार नमूना उन्होंने सनराइजर्स हैदराबाद की तरफ से खेलते हुए दिया था। उनकी स्लोअर गेंदें काफी कारगर होती हैं। 103 आईपीएल मैचों में अभी तक वो 114 विकेट चटका चुके हैं। उनकी काबिलियत को देखते हुए उन्हें एक मौका और दिए जाने की जरुरत है।