Indian Team new head coach: भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम के हेड कोच राहुल द्रविड़ का कार्यकाल जून में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप 2024 तक ही है। इसके बाद टीम इंडिया को नए कोच की तलाश करनी पड़ेगी और इसके लिए जल्द ही बीसीसीआई आवेदन मांगेगी। द्रविड़ को रवि शास्त्री के बाद, नवंबर 2021 में दो साल के लिए हेड कोच बनाया गया था और फिर उनका कार्यकाल पिछले साल खेले गए वनडे वर्ल्ड कप के बाद कुछ महीनों के लिए बढ़ा दिया गया था।
हालाँकि, अब रिपोर्ट्स हैं कि शायद द्रविड़ अब इस पद के लिए दिलचस्पी नहीं दिखाएंगे और इसी वजह से आवेदन भी नहीं करेंगे। ऐसे में टीम इंडिया को नया कोच मिलना तय लग रहा है।
बीसीसीआई सचिव जय शाह ने हाल ही में इस बात की संभावना से इंकार नहीं किया था कि अगला कोच विदेशी भी हो सकता है। ऐसे में भारत की क्रिकेट टीम के अगले हेड कोच के रूप में कई नाम सामने उभरकर आ रहे हैं। इस आर्टिकल में हम उन तीन दावेदारों का जिक्र करेंगे, जो टीम इंडिया के अगले हेड कोच के रूप में नजर आ सकते हैं।
इन 3 दिग्गजों को माना जा रहा है भारतीय टीम के हेड कोच का दावेदार
1. वीवीएस लक्ष्मण
भारतीय टीम के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण का नाम हेड कोच की रेस में सबसे आगे माना जा रहा है। मौजूदा समय में एनसीए में हेड ऑफ क्रिकेट की भूमिका निभा रहे लक्ष्मण को कई मौकों पर राहुल द्रविड़ की गैरमौजूदगी में टीम इंडिया की कोचिंग की जिम्मेदारी सौंपी जा चुकी है और उन्होंने युवा खिलाड़ियों के साथ काफी काम किया है। लक्ष्मण को तीनों ही फॉर्मेट में भारत के लिए खेलने का अनुभव है और वह आईपीएल भी खेल चुके हैं।
2. टॉम मूडी
इस लिस्ट में दूसरा नाम ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी टॉम मूडी का है, जो कोचिंग के क्षेत्र में भी काफी सफलता हासिल कर चुके हैं। मूडी को अलग-अलग लीग में काम करने का काफी अनुभव है और वह श्रीलंका टीम के हेड कोच भी रह चुके हैं। उनकी अगुवाई में ही श्रीलंकाई टीम ने 2007 में वनडे वर्ल्ड कप का फाइनल खेला था। मूडी कई बार टीम इंडिया का कोच बनने की इच्छा जता चुके हैं लेकिन अलग-अलग कारणों से उन्हें हर बार निराश होना पड़ा है। ऐसे में मौका मिलने पर वह जरूर आवेदन करने से पीछे नहीं हटेंगे।
3. एंडी फ्लावर
ज़िम्बाब्वे के दिग्गज एंडी फ्लावर का नाम भी इस लिस्ट में शामिल है। फ्लावर ने अपने शानदार क्रिकेट करियर के बाद कोचिंग की तरफ रूख किया और इंग्लैंड क्रिकेट टीम के साथ काफी सफलता भी हासिल की। अपने विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण और नई रणनीतियों के साथ, फ्लावर भारतीय टीम की रणनीति में नई ऊर्जा का संचार कर सकते थे, जिससे वह हेड कोच की भूमिका के लिए एक प्रबल उम्मीदवार बन गए हैं।