आईपीएल गवर्निंग काउंसिल की मीटिंग से पहले टूर्नामेंट के आयोजन स्थल को लेकर कयास जारी हैं। खबरों के अनुसार इस साल आईपीएल यूएई में आयोजित कराया जा सकता है। आईपीएल के आयोजन स्थल के रूप में पहली पसंद यूएई को ही माना जा रहा है। हालांकि श्रीलंका से भी आईपीएल आयोजित करने का ऑफ़र आया था लेकिन यूएई के साथ पुराना अनुभव भी जुड़ा हुआ है।
टी20 वर्ल्ड कप स्थगित होने के बाद आईपीएल का रास्ता साफ़ हुआ है। वर्ल्ड कप वाले समय में आईपीएल का आयोजन होना संभव नजर आ रहा है। हालांकि बीसीसीआई के सामने अभी कई काम बाकी है। भारत सरकार से अनुमति लेना और खिलाड़ियों की ट्रेनिंग प्रक्रिया अहम है। भारत में कोरोना केसों को देखते हुए खिलाड़ियों की ट्रेनिंग पर भी काम नहीं हो पाया है। बीसीसीआई इन तमाम पहलुओं को ध्यान में रखकर ही आगे का खाका तैयार कर रही है लेकिन यह सफर तय करना बिलकुल आसान नहीं है। यूएई में आईपीएल आयोजन कराने पर तीन स्टेडियम हैं जो वर्ल्ड क्लास हैं। उनके बारे में चर्चा यहाँ की गई है।
यह भी पढ़ें: टी20 वर्ल्ड कप के बिके हुए टिकट अगले साल तक मान्य
आईपीएल के लिए संभावित 3 स्टेडियम
शारजाह क्रिकेट स्टेडियम
शारजाह का यह खूबसूरत स्टेडियम 1980 में बनकर तैयार हुआ था। भारत और पाकिस्तान के बीच यहाँ कई सीरीज और मैच हुए हैं। इस बेहतरीन स्टेडियम में 17 हजार दर्शकों के बैठने की व्यवस्था है। 236 वनडे मैचों की मेजबानी करने वाले इस स्टेडियम में आईपीएल मैच होंगे तो दर्शकों के लिए शानदार बात होगी। पाकिस्तान प्रीमियर लीग के कई संस्करण यहाँ खेले जा चुके हैं। ग्रेटर नोएडा से पहले अफगानिस्तान का घरेलू मैदान यही था। आईपीएल में 2014 के संस्करण के शुरुआती मैच इस मैदान पर खेले जा चुके हैं।
शेख जायद क्रिकेट स्टेडियम, अबुधाबी
इस क्रिकेट स्टेडियम की भी एक अलग ही पहचान है। बीस हजार दर्शक क्षमता वाले इस स्टेडियम पर 2006 में पहला अंतरराष्ट्रीय मैच खेला गया। भारत और पाकिस्तान के बीच वनडे मैच के रूप में यहाँ शुरुआत हुई। उसके बाद कई मुकाबले हर प्रारूप में यहाँ खेले जाने लगे। अबुधाबी में पीएसएल और आईपीएल 2014 के मैच खेले जा चुके हैं।
दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम
दर्शकों के लिहाज से यह यूएई का सबसे बड़ा स्टेडियम कहा जा सकता है। 25 हजार दर्शकों की क्षमता वाले इस स्टेडियम में आईपीएल के मैच खेले जा चुके हैं। एशिया कप 2018 भी यहाँ खेला गया था। सीमा रेखा बड़ी होने के कारण बल्लेबाजों के लिए यहाँ काम आसान नहीं होता। इस स्टेडियम की शुरुआत 2009 में हुई थी। पाकिस्तानी टीम अक्सर यहाँ खेलती रहती है। खास बात यह भी है कि दुबई में ही आईसीसी का हेडक्वार्टर भी है।