England vs India 2018: तीन मुद्दों पर टीम इंडिया को है काम करने की जरूरत

भारत और इंग्लैंड के बीच फिलहाल टेस्ट सीरीज खेली जा रही है। पांच मैचों की इस टेस्ट सीरीज में भारतीय क्रिकेट टीम फिलहाल 2-0 से पिछड़ी हुई है। भारतीय टीम की गेंदबाजी जहां दोनों टेस्ट मैचों में कुछ कमाल नहीं दिखा पाई तो बल्लेबाज दोनों टेस्ट मैचों में ही फिसड्डी साबित हुए। खराब गेंदबाजी और बल्लेबाजी के कारण टीम इंडिया शुरुआती दोनों टेस्ट मैचों में ही संघर्ष करते हुए दिखाई दी। नतीजा ये हुआ कि भारत को दोनों टेस्ट मुकाबले में ही हार का सामना करना पड़ा। दो टेस्ट मैच हारने के बाद टीम इंडिया के पास सीरीज में अपने वजूद को बनाए रखने के लिए तीसरा टेस्ट मैच काफी अहम होने वाला है। भारत और इंग्लैंड के बीच तीसरा टेस्ट मैच नॉटिंघम में खेला जाना है। ऐसे में भारत को इस टेस्ट मैच में कुछ खास बातों पर जरूर ध्यान देने की जरूरत है। #1 बल्लेबाजों के लिए नई गेंद की परेशानी विदेशी धरती पर भारतीय बल्लेबाजी कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाती है। इंग्लैंड की जमीन पर भी टीम इंडिया के बल्लेबाजों का कुछ ऐसा ही हाल है। इंग्लैंड के खिलाफ भी भारतीय बल्लेबाजी काफी फिसड्डी साबित हो रही है। नई गेंद का सामना करने में भारतीय टीम के बल्लेबाज काफी नाकाम दिखाई दिए। शुरुआती दोनों टेस्ट मुकाबलों में भारतीय क्रिकेट टीम की सलामी जोड़ी कुछ खास रन नहीं बटोर सकी और सस्ते में ही पैवेलियन लौट गई। शुरुआती बल्लेबाजों के लगातार असफल होने के बाद भारतीय टीम के बाकि बल्लेबाज भी दबाव में खेल नहीं दिखा पाते हैं और विरोधी गेंदबाजों का शिकार हो जाते हैं। वहीं आंकड़ों की तरफ गौर किया जाए तो भारत के सबसे भरोसेमंद सलामी बल्लेबाजों में से एक मुरली विजय ने पिछली 10 पारियों में 219 रन बनाए हैं। यही नहीं राहुल और धवन भी काफी समय से 50 रन के आंकड़े को छून में विफल रहे हैं। सलामी बल्लेबाजों के जल्दी आउट होने का नतीजा यह निकलता है कि बल्लेबाजी क्रम में नंबर तीन, चार और पांच नंबर के खिलाड़ी को बहुत जल्दी ही नई गेंद का सामना करना पड़ता है और ऐसे में भारतीय क्रिकेट टीम में कप्तान विराट कोहली के अलावा कोई भी अन्य बल्लेबाज रन बटोरने में कामयाब नहीं हो पाता है। #2 गेंदबाजी हाल के दिनों में भारतीय टीम के लिए सबसे बड़ी सकारात्मक बात यह रही है कि टीम की तेज गेंदबाजी में कुशलता देखी गई है। हालांकि भारतीय टीम की तेज गेंदबाजी इंग्लिश गेंदबाजों की गेंदबाजी से मेल नहीं खा पाती है। इसका नतीजा निकलता है कि भारतीय टीम की गेंदबाजी इंग्लैंड के बल्लबाजों के आगे अनुशासित नहीं रह पाती। इंग्लैंड की टीम के सभी गेंदबाज जेम्स एंडरसन, स्टुअर्ट ब्रॉड, क्रिस वोक्स और सैम कुर्रन अपनी टीम के लिए शानदार गेंदबाजी कर रहे हैं। उनकी एक ओवर में डाली गई 6 की 6 गेंद शानदार लाइन और लैंथ पर ही डाली जा रही है। उनकी यह गेंदबाजी विपक्षी बल्लेबाजों को काफी परेशान करती हैं और उन बल्लेबाजों के लिए यह घातक भी साबित होती है। हालांकि भारतीय गेंदबाजों के साथ ऐसा कोई मामला बनता दिखाई नहीं दे रहा है क्योंकि भारतीय तेज गेंदबाज 2-3 अच्छी गेंद डालने के बाद अपनी लाइन और लेंथ गंवा बैठते हैं। जिसका सीधा फायदा सामने क्रीज पर मौजूद बल्लेबाज को मिलता है। बल्लेबाज भारतीय टीम की ढ़ीली गेंदों की जमकर खबर भी लेता है। ऐसे में बल्लेबाजों को रन बनाने और मैदान पर टिकने का मौका भी मिलता है। #3 कोहली की पीठ की समस्या भारतीय टीम जब बिखर जाती है तो कप्तान विराट कोहली एक अकेले योद्धा की तरह मैदान पर डटे रहते हैं। विराट कोहली ही एक ऐसे खिलाड़ी हैं जो इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट में उनकी गेंदबाजी का मजबूती से सामना कर रहे हैं। हालांकि यह सवाल अब भी बना हुआ है कि कब तक पूरी की पूरी भारतीय क्रिकेट टीम सिर्फ विराट कोहली पर ही निर्भर रहेगी। इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट मुकाबले में विराट कोहली की पीठ की समस्या फिर से उभरकर सामने आ गई। विराट काफी समय से पीठ की इस समस्या से परेशान थे और अब वह फिर से उन्हें परेशान कर रही है। विराट कोहली की पीठ की समस्या के कारण ही उन्हें इस साल इंडियन प्रीमियर लीग में काफी संघर्ष करते हुए देखा गया था। भारतीय क्रिकेट टीम की बल्लेबाजी विराट कोहली पर काफी निर्भर करती है क्योंकि इंग्लैंड के खिलाफ जारी वर्तमान सीरीज में शुरुआती दो मैचों में खेलते हुए कोहली के बल्ले से 40 फीसदी रन निकले हैं। ऐसे में विराट कोहली को टीम की बागडोर सही तरीके से संभालने के लिए पीठ की समस्या से छुटकारा पाना होगा। लेखक: सचिन अरोरा अनुवादक: हिमांशु कोठारी

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