3 reasons Why CSK Should target Jos Buttler in IPL 2025 Mega Auction: आईपीएल 2025 के लिए रिटेंशन लिस्ट का खुलासा 31 अक्टूबर को हुआ, जिसमें कई बड़े सरप्राइज देखने को मिले। कई बड़े खिलाड़ियों को उनकी टीमों ने रिलीज कर दिया और कुछ ऐसा ही इंग्लैंड के सीमित ओवरों के कप्तान जोस बटलर के साथ भी हुआ। बटलर पिछले कई सीजन से राजस्थान रॉयल्स के बेहद अहम खिलाड़ी बन कर उभरे थे लेकिन फ्रेंचाइजी ने उन्हें रिटेन नहीं किया। इसी वजह से अब बटलर हमें मेगा ऑक्शन में नजर आएंगे। हालांकि, राजस्थान रॉयल्स चाहे तो उन्हें दोबारा बोली लगाकर खरीद सकती है लेकिन कुछ अन्य टीमों की भी नजर इंग्लिश खिलाड़ी पर रहने वाली है, जिसमें चेन्नई सुपर किंग्स का नाम भी शामिल हो सकती है।
जोस बटलर कई मायनों में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए एक परफेक्ट प्लेयर साबित हो सकते हैं। उनके पास लीडरशिप के साथ-साथ ओपनिंग और विकेटकीपिंग का भी जबरदस्त अनुभव है। इस आर्टिकल में हम उन 3 कारणों का जिक्र करने जा रहे हैं, जिनके आधार पर कहा जा सकता है कि चेन्नई सुपर किंग्स को जोस बटलर को अवश्य ही टारगेट करने के बारे में सोचना चाहिए।
3. एमएस धोनी का बैकअप
चेन्नई सुपर किंग्स की टीम में एमएस धोनी लंबे समय से कप्तान और विकेटकीपर की भूमिका निभाते आए हैं। हालांकि, आईपीएल 2024 से पहले उन्होंने कप्तान की बागडोर रुतुराज गायकवाड़ को सौंप दी और वह पूरा सीजन एक विकेटकीपर बल्लेबाज के तौर पर ही खेले। धोनी अगले सीजन के लिए भी रिटेन किए गए हैं लेकिन अब वह ज्यादा नहीं खेल पाएंगे। ऐसे में चेन्नई को एक अच्छा विकेटकीपर तलाशना होगा और इस काम के लिए जोस बटलर एक बढ़िया विकल्प होंगे।
2. कप्तानी की मांग नहीं
जोस बटलर आईपीएल में अभी तक एक खिलाड़ी के तौर पर ही खेले हैं और उनके अंदर कप्तानी की इच्छा भी नहीं है। जबकि मेगा ऑक्शन में मौजूद अन्य विकल्प जैसे ऋषभ पंत और केएल राहुल जैसे खिलाड़ियों को लीडरशिप रोल चाहिए। इसी वजह से इनके आने से कप्तान रुतुराज गायकवाड़ दवाब महसूस कर सकते हैं, जबकि बटलर के आने से ऐसा नहीं होगा।
1. आक्रामक ओपनिंग विकल्प
चेन्नई सुपर किंग्स के पास रुतुराज गायकवाड़ का साथ देने के लिए कोई भी ओपनर मौजूद नहीं है, क्योंकि टीम ने सभी को रिलीज कर दिया है। ऐसे में जोस बटलर एक आदर्श विकल्प हो सकते हैं। बटलर के पास ओपनिंग का काफी अनुभव है और वह शुरुआत से ही ताबड़तोड़ अंदाज में खेलते नजर आते हैं। इससे रुतुराज को सेट होने के लिए पर्याप्त समय मिल सकता है और उन पर तेजी से रन बनाने का उतना ज्यादा दबाव नहीं रहेगा।