Suryakumar Yadav Captaincy: भारत और इंग्लैंड के बीच 5 मैचों की टी20 इंटरनेशनल सीरीज का रोमांच जारी है। इस सीरीज के राजकोट में खेले गए तीसरे मैच में टीम इंडिया को 26 रन से हार का सामना करना पड़ा है। इसके साथ ही अब सीरीज में भारत को लगातार 2 जीत के बाद पहली हार नसीब हुई है। भारतीय टीम के लिए राजकोट में ही सीरीज को सील करने का मौका था। लेकिन यहां सूर्या एंड कंपनी की बल्लेबाजी काफी खराब रही।
सूर्यकुमार यादव को टीम इंडिया के लिए 2026 के टी20 वर्ल्ड कप के कप्तान के रूप में देखा जा रहा है और वो इसी दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ इस सीरीज में कुछ ऐसी गलतियां हो रही हैं जिससे सूर्या के लिए बतौर कप्तान ये आखिरी टी20 सीरीज भी हो सकती है। तो चलिए आपको बताते हैं वो 3 बड़े कारण क्यों सूर्यकुमार यादव के लिए कप्तान के तौर पर इंग्लैंड के खिलाफ ये टी20 सीरीज साबित हो सकती है आखिरी।
3. सूर्या खुद नहीं ले पा रहे हैं टीम के फैसले
भारतीय क्रिकेट टीम के लिए मैदान में कप्तान के तौर पर सूर्यकुमार यादव मौजूद हैं। लेकिन कहीं ना कहीं साफ नजर आ रहा है कि वो खुद हर फैसले नहीं ले पा रहे हैं। मैदान में गेंदबाजी से लेकर बल्लेबाजी ऑर्डर में कुछ फैसले खुद सूर्या नहीं बल्कि कोच गौतम गंभीर ले रहे हैं। ऐसे में अगर एक कप्तान खुद स्वतंत्र रूप से टीम के फैसले नहीं ले पा रहा है तो ये उनकी कप्तानी के लिए सही संकेत नहीं हैं।
2. टीम के बैटिंग ऑर्डर में जरूरत से ज्यादा प्रयोग
सूर्यकुमार यादव की कप्तानी में टीम में एक बहुत बड़ी चूक देखने को मिल रही है। वो टीम में बार-बार बैटिंग ऑर्डर में प्रयोग के रूप में देखा जा रहा है। जब से सूर्यकुमार यादव कप्तान बने हैं उसके बाद से ना तो खुद कप्तान अपने फेवरेट नंबर-3 पर लगातार खेल रहे हैं तो ना ही बाकी बल्लेबाजों का ऑर्डर सेट है। राजकोट में देखा गया कि कैसे ध्रुव जुरेल और अक्षर पटेल के होते हुए भी वॉशिंगटन सुंदर पहले बल्लेबाजी करने आए। ये सिलसिला पिछली कुछ सीरीज से ही जारी है।
1. कप्तान बनने के बाद बल्लेबाजी में फ्लॉप
टीम इंडिया की कप्तानी मिलने के बाद सूर्यकुमार यादव से और भी ज्यादा उम्मीदें थी। लेकिन जब से उन्होंने टीम इंडिया के लिए परमानेंट टी20 कप्तानी संभाली है, उसके बाद से उनके प्रदर्शन में काफी गिरावट देखने को मिली है। सूर्या टी20 फॉर्मेट के सबसे खतरनाक बल्लेबाजों के रूप में पहचान बना चुके हैं। लेकिन जब से कप्तानी मिली है। इसके बाद से उनके बल्ले का जादू फिका पड़ गया है। वो लगातार सस्ते में अपना विकेट गंवा रहे हैं। उनके आंकड़ों पर गौर करें तो अब तक 20 टी20 इंटरनेशनल मैचों में कप्तानी मिली है, जहां उन्होंने 20 मैचों में 19 पारियों में 29.26 की औसत से 556 रन बनाए हैं। ये आंकड़े उनके बतौर प्लेयर बल्लेबाजी प्रदर्शन के आंकड़ों से मेल नहीं खाते हैं।