3 reasons Why Karun Nair should get a chance on the England tour: भारतीय क्रिकेट टीम में इस वक्त जबरदस्त प्रतिस्पर्धा देखने को मिल रही है। यहां घरेलू क्रिकेट से लेकर आईपीएल और टीम इंडिया के लिए कई खिलाड़ी कतार में खड़े हैं जो अपने आप को टीम इंडिया के लिए दावेदारी पेश कर रहे हैं। इनमें से एक नाम करूण नायर का भी है।
भारतीय क्रिकेट टीम के लिए खेलते हुए टेस्ट में तिहरा शतक लगाने वाले करुण नायर आखिरी बार टीम इंडिया के लिए 2017 में खेले थे। इसके बाद से उन्हें टीम से ऐसा बाहर किया गया कि अब तक वो वापसी नहीं कर सके हैं। लेकिन जिस तरह से उन्होंने हाल ही में विजय हजारे ट्रॉफी में विदर्भ की टीम के लिए प्रदर्शन किया है, उसे देखने के बाद तो उनका नाम फिर से चर्चा में आ गया। अब उन्हें टीम इंडिया में लेने की मांग भी उठने लगी हैं। भारतीय टीम को आईपीएल के बाद इंग्लैंड दौरा करना है। ऐसे में आपको बताते हैं वो 3 कारण क्यों करुण नायर को इंग्लैंड दौरे पर टीम इंडिया में चुना जाना चाहिए।
3. करुण नायर का मौजूदा फॉर्म
भारतीय क्रिकेट टीम के लिए करीब 8 साल से नहीं खेल सके करुण नायर का इस वक्त जबरदस्त फॉर्म चल रहा है। वो इन दिनों विजय हजारे ट्रॉफी में खेल रहे हैं। विदर्भ के लिए खेल रहे इस स्टार बल्लेबाज ने रनों का अंबार लगाया है। उन्होंने इस टूर्नामेंट की अब तक खेली 6 पारियों में 5 शतक की मदद से 664 रन बनाए हैं। करुण का यही मौजूदा फॉर्म उन्हें टीम इंडिया का टिकट दिलाने में कारगर साबित हो सकता है।
2. मध्यक्रम में बेहतरीन विकल्प
टीम इंडिया के लिए ऑस्ट्रेलिया के दौरे की बात करें या फिर न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज की, मध्यक्रम में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। भारत को मौजूदा समय में मध्यक्रम में वो बल्लेबाज चाहिए जो टीम के लिए जिम्मेदारी उठाते हुए बड़ी पारी खेल सके। ऐसी क्वालिटी करुण नायर में देखने को मिल जाती है। इस बल्लेबाज में बड़ी पारी खेलने का दमखम मौजूद है। ऐसे में अगर वो टीम इंडिया में चुने जाते हैं तो इंग्लैंड के दौरे पर मध्यक्रम का एक बेहतरीन विकल्प साबित़ हो सकते हैं।
1. लंबे फॉर्मेट में शानदार अनुभव
करुण नायर के पास घरेलू क्रिकेट मे लंबे फॉर्मेट का अपार अनुभव है। स्टार बल्लेबाज ने अपना प्रथम श्रेणी क्रिकेट में डेब्यू साल 2013 में किया था। इसके बाद से वो अब तक लगातार खेल रहे हैं। करुण अब तक 109 प्रथम श्रेणी मैच खेल चुके हैं, जिसमें उन्होंने 48.64 की शानदार औसत से 7637 रन बनाए हैं। उन्होंने 20 शतक के साथ ही 35 अर्धशतकीय पारियां भी खेली हैं।