Why Ruturaj Gaikwad should bat at 3 for CSK: आईपीएल 2025 के अपने पहले मैच में चेन्नई सुपर किंग्स ने मुंबई इंडियंस के खिलाफ गेंदबाजी में काफी अच्छा काम करते हुए MI को केवल 155 रन बनाने दिया था। रुतुराज गायकवाड़ की कप्तानी काफी बेहतरीन रही और उन्होंने विपक्षी टीम को अधिक मौके नहीं दिए। इसके बाद सभी की निगाहें रुतुराज की बल्लेबाजी पर थी। हालांकि दर्शकों को यह देखकर हैरानी हुई कि रुतुराज पारी की शुरुआत करने नहीं आए। उन्होंने राहुल त्रिपाठी को ओपनिंग करने का मौका दिया। हालांकि जल्द ही उन्हें मैदान में आना पड़ा क्योंकि त्रिपाठी सस्ते स्कोर पर आउट हो गए। तीसरे नंबर पर आते हुए रुतुराज गायकवाड़ ने केवल 22 गेंद में अर्धशतक जमा दिया। आइए जानते हैं वो तीन कारण जो बताते हैं क्यों रुतुराज को तीन नंबर पर ही बल्लेबाजी जारी रखनी चाहिए।
#3 पावरप्ले में अधिक आक्रमण के विकल्प
वर्तमान समय में T20 क्रिकेट में पावरप्ले का फायदा लेना काफी अहम हो चुका है। पहले मैच को अगर देखा जाए तो रचिन रविंद्र ने शुरू से ही यह दिखा दिया था की बड़े शॉट खेलने से पहले वह समय लेने वाले हैं। अगर उनके खेलने का तरीका ऐसा ही रहता है तो टीम को त्रिपाठी जैसे आक्रामक बल्लेबाज को दूसरे छोर से मौका देना ही होगा। विकेट गिरने पर गायकवाड़ तीन नंबर पर जाकर वही काम जारी रख सकते हैं जैसा पहले मैच में उन्होंने करके दिखाया भी। इससे पावरप्ले में रनों की गति पर अंकुश नहीं लगेगा।
#2 डेवोन कॉनवे की बन जाएगी जगह
सीएसके के लिए डेवोन कॉनवे को प्लेइंग इलेवन में शामिल करना बड़ी माथापच्ची का काम है। रविंद्र और अन्य विदेशी खिलाड़ियों को खिलाने के लिए पहले मैच में उन्होंने कॉनवे को बेंच पर बैठा दिया। हालांकि 2023 सीजन में सीएसके को चैंपियन बनाने के लिए कॉनवे ने 672 रन बनाए थे। वह इस टीम के बल्लेबाजी का एक मजबूत आधार हैं और उन्हें बहुत अधिक समय तक बाहर नहीं बैठाया जा सकेगा।
रुतुराज और रविंद्र के अलावा सीएसके के लिए जिम्मेदारी से बल्लेबाजी करने वाले लोगों की कमी दिख रही है। ऐसे में कॉनवे को जल्द ही प्लेइंग इलेवन में देखा जा सकता है। रुतुराज के तीन नंबर पर बल्लेबाजी करने से कॉनवे को टीम में फिट करना भी बड़ा आसान होगा। रविंद्र और उन्हें ओपनिंग की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।
#1 बीच के ओवरों में अच्छे आक्रामक विकल्प
बीच के ओवरों में बल्लेबाजी करना सबसे कठिन चीज होती है। खासतौर से चेन्नई में धीमी विकेट और स्पिनर्स को मिलती मदद के बीच बल्लेबाजों को काफी कठिनाई होती है। हालांकि रुतुराज ने दिखाया है कि वह स्पिनर्स के खिलाफ अपनी इच्छा के अनुसार बड़े शॉट लगा सकते हैं। शिवम दुबे भी यह काम बड़ी आसानी से करते हैं। रुतुराज अगर बीच के ओवर खेलते हैं तो रनों की गति को बढ़ाने के साथ ही वह विपक्षी टीम पर दबाव बनाने का काम भी करेंगे।