#2 लम्बे समय से खराब फॉर्म
भुवनेश्वर कुमार को इस साल की शुरुआत में मार्च में आईसीसी प्लेयर ऑफ द मंथ चुना गया था जब उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ सफेद गेंद के असाइनमेंट में शानदार प्रदर्शन किया था। हालांकि इसके बाद उनका प्रदर्शन खराब होता गया। आईपीएल 2021 के पहले चरण में भी वह फ्लॉप साबित हुए और यही कहानी दूसरे चरण में भी रही। श्रीलंका दौरे पर भी वह कुछ खास नहीं कर पाए। टी20 वर्ल्ड में पाकिस्तान के खिलाफ भी भुवी बेअसर रहे। ऐसे में उनकी खराब फॉर्म की वजह से उन्हें नहीं चुना चाहिए था।
#1 चोटों के कारण गति में गिरावट
पिछले कुछ समय से भुवी को चोट ने काफी परेशान किया है। भुवनेश्वर कुमार आईपीएल हो या इंटरनेशनल क्रिकेट कई बार चोट से परेशान रहे हैं। लगातार चोट से परेशान रहने के कारण उनकी गति पर काफी फर्क पड़ा। एक समय था जब आसानी से 140 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से गेंदबाजी कर सकते थे, लेकिन अब उनकी गति में काफी गिरावट देखने को मिली। उनकी गति 130 किमी प्रतिघंटे के आसपास आ गई है। जिससे अब उनमें धार नहीं रही है। भारत के पास नई गेंद के लिए किसी दूसरे विकल्प को तैयार करने का अच्छा मौका था।