#1 अपने गढ़ चेपॉक में मैच का ना होना
ऊपर दिए गए कारणों के अलावा सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि सीएसके के मैचों का चेपॉक स्टेडियम में ना होना जो चेन्नई के भाग्य में बड़े पैमाने पर अपना रोल निभा सकता है। चेपॉक एक ऐसा ग्राउंड है जिसे सालों से सीएसके ने अपने गढ़ के रूप में बदल लिया है। गृहनगर में मैच होना किसी भी टीम के भविष्य के लिए बेहद मुख्य होता है और जैसा कि अब चेपॉक उनका होम ग्राउंड नहीं है। जिसके लिए सीएसके को अपनी टीम योजनाओं और रणनीतियों में बदलाव करना होगा। साथ ही सबसे अहम रूप से पुणे की खेल परिस्थितियों के अनुसार सामंजस्य बैठना होगा, पुणे को अब इस सीजन के शेष मैचों के लिए चेन्नई का होम ग्राउंड घोषित किया गया है। लेखक- यश मित्तल अनुवादक- सौम्या तिवारी
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