Harshit Rana in Team India Playing 11: भारत और इंग्लैंड के बीच खेली जा रही 5 मैचों की टी20 इंटरनेशनल सीरीज का चौथा मैच पुणे में खेला गया। जहां भारत ने इंग्लैंड के जबड़े से जीत छीन ली। इस चौथे टी20 मैच में एक वक्त तो इंग्लैंड की टीम जीत की तरफ मजबूती के साथ बढ़ रही थी। लेकिन जैसे ही युवा तेज गेंदबाज हर्षित राणा को शिवम दुबे के स्थान पर कन्कशन के रूप में उतारा वहां से मैच पलट गया।
भारतीय टीम के लिए हर्षित राणा इससे पहले कभी टी20 इंटरनेशनल मैच नहीं खेले थे। वो यहां पर पहली बार खेलने उतरे और वो भी कन्कशन के रूप में। इसके बाद हर्षित राणा ने कमाल की गेंदबाजी करते हुए 4 ओवर में 33 रन खर्च कर 3 विकेट झटके और टीम इंडिया की जीत में अहम योगदान दिया। हर्षित राणा के इस प्रदर्शन के बाद अब आपको बताते हैं वो 3 कारण क्यों उन्हें टी20 इंटरनेशनल में टीम इंडिया की प्लेइंग-11 में लगातार मौके मिलने चाहिए।
3. टी20 फॉर्मेट में विकेट टेकर गेंदबाज
भारत के लिए टी20 फॉर्मेट में विकेट टेकर गेंदबाजों की कमी नहीं हैं। जहां अर्शदीप सिंह से लेकर वरुण चक्रवर्ती, रवि बिश्नोई जैसे अच्छे गेंदबाज हैं। इसमें हर्षित राणा का नाम भी जोड़ा जा सकता है। हर्षित के पास गेंदबाजी में काफी जबरदस्त वैराइटी है। ऐसे में वो एक अच्छे विकेट टेकर साबित हुए हैं। उन्होंने आईपीएल में ये क्वालिटी दिखायी है। यानी उन्हें अब टीम इंडिया की टी20 प्लेइंग-11 में लगातार मौके दिए जाने चाहिए।
2. डेथ ओवर्स में गेंदबाजी करने का माद्दा
टीम इंडिया के लिए जसप्रीत बुमराह पिछले काफी समय से टी20 फॉर्मेट से दूर रहे हैं। बुमराह के वर्कलोड को मैनेज करने के लिए टीम मैनेजमेंट उन्हें टी20 फॉर्मेट से दूर रख रही है। ऐसे में भारतीय टीम के लिए हर्षित राणी डेथ ओवर्स में गेंदबाजी का अच्छा विकल्प हैं। उनमें डेथ में गेंदबाजी करने की काबिलियत है और वो अगर लगातार मौका मिले तो टीम इंडिया के लिए टी20 वर्ल्ड कप 2026 तक अच्छे डेथ स्पेशलिस्ट बन सकते हैं।
1. बल्ले से उपयोगी योगदान देने में समक्ष
भारतीय क्रिकेट टीम के युवा तेज गेंदबाज हर्षित राणा एक कमाल के गेंदबाज हैं। वो गेंदबाजी के साथ ही अपनी बल्लेबाजी स्किल्स के लिए भी जाने जाते हैं। वो भले ही एक परफेक्ट बल्लेबाज तो नहीं लेकिन बैट से उपयोगी योगदान देने की क्षमता रखते हैं। ऐसा उन्होंने घरेलू क्रिकेट में काफी बार किया है। ऐसे में हर्षित राणा को टीम इंडिया की टी20 प्लेइंग-11 में लगातार मौका दिया जाए तो वो बल्ले से भी अच्छा योगदान कर सकते हैं।