इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ में हार के बाद, भारतीय टीम को 15 सितंबर को शुरू होने वाले एशिया कप में भाग लेना है। यह टूर्नामेंट संयुक्त अरब अमीरात में खेला जाने वाला है। बीसीसीआई ने हाल ही में भारतीय टीम की घोषणा की जिसमें कप्तान विराट कोहली को आराम दिया गया है और टीम की कमान रोहित शर्मा के हाथों में सौंपी गई है। एशिया कप के लिए चुनी गई इस भारतीय टीम में युवा खिलाड़ियों को तरजीह दी गई है। अंबाती रायडू और केदार जाधव जैसे बल्लेबाज़ों की वापसी से मध्य-क्रम मज़बूत होगा। यद्यपि टीम युवा और अनुभवी खिलाड़ियों का मिश्रण है, लेकिन बल्लेबाजी क्रम में कोहली द्वारा नंबर 3 पर छोड़े गए स्लॉट को भरना टीम के लिए चिंता का विषय हो सकता है। इस लेख में हम ऐसे 3 कारणों पर एक नज़र डालेंगे जिनकी वजह से भारतीय टीम संयुक्त अरब अमीरात में होने वाले एशिया कप में शायद ख़िताब की रक्षा ना कर पाए: संयुक्त अरब अमीरात की अपरिचित परिस्थितियां भारत सरकार ने बहुराष्ट्रीय टूर्नामेंट के लिए बीसीसीआई से पाकिस्तान की मेज़बानी करने से इंकार कर दिया था, इसलिए टूर्नामेंट का स्थान बदलकर संयुक्त अरब अमीरात कर दिया गया था। लेकिन इससे भारतीय टीम के लिए परेशानी बढ़ेगी क्योंकि टीम के खिलाड़ी वहां की परिस्थितियों से परिचित नहीं हैं। जबकि पाकिस्तान संयुक्त अरब अमीरात में अपने सभी घरेलू मैच खेलता है। ऐसे में उन्हें यहां खेलने में कोई परेशानी नहीं होगी। एक तरह से पाकिस्तानी टीम के लिए यह घरेलू टूर्नामेंट होगा। टूर्नामेंट की शुरुआत के तीन दिन बाद भारत 18 सितंबर को अपना पहला मैच खेलेगा और इससे उन्हें दुबई की परिस्थितियों से तालमेल बैठाने का अवसर मिल सकता है। मध्य-क्रम की अस्थिरता 2015 विश्वकप के बाद से, भारतीय टीम ने वनडे प्रारूप में नंबर 4 के बल्लेबाज़ी क्रम पर कई खिलाड़ियों को आज़मा कर देखा है लेकिन कोई भी खिलाड़ी इस स्लॉट में फिट नहीं बैठा। एशिया कप में मनीष पांडे, दिनेश कार्तिक, केदार जाधव और अंबाती रायुडू नंबर 4 पर बल्लेबाज़ी करने के विकल्प हैं। भारतीय टीम केदार जाधव को इस नंबर पर आज़मा सकती है क्योंकि वह बल्लेबाज़ी के साथ-साथ मध्य ओवरों में उपयोगी गेंदबाज़ी भी कर सकते हैं। फिर भी, इससे पहले भी जाधव को इस नंबर पर आज़माया गया है लेकिन वह अभी तक कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं। विराट कोहली की ग़ैरमौजूदगी वर्तमान में भारत के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी और कप्तान विराट कोहली की गैरमौजूदगी से भारतीय टीम को बहुत नुकसान होगा। कोहली ने पिछले लगभग एक दशक से हर बड़े टूर्नामेंट में हिस्सा है और भारतीय टीम की जीत की लय बरकरार रखने में मुख्य भूमिका निभाई है। ऐसे में टीम इंडिया के लिए एशिया कप के ख़िताब की रक्षा करना मुश्किल होगा। विराट कोहली के टीम में ना रहने से विरोधी टीमों को फायदा मिलेगा। यह देखना दिलचस्प होगा कि विराट की गैरमौजूदगी में कौन सा बल्लेबाज़ नंबर 3 पर बल्लेबाज़ी के लिए उतरेगा। अब सारा दारोमदार शीर्ष क्रम के बल्लेबाज़ों पर होगा। खासकर कप्तान रोहित शर्मा और केएल राहुल पर कोहली की अनुपस्थिति से पैदा हुए शून्य को भरने और टीम को संभालने की ज़िम्मेवारी होगी। लेखक: कार्तिक बंसल अनुवादक: आशीष कुमार