3 वजहों से ऋषभ पंत को टेस्ट विकेटकीपर के तौर पर टीम इंडिया में तरजीह दी जानी चाहिए

#2.
साहा के मुक़ाबले पंत अच्छी बल्लेबाज़ी कर सकते हैं

हांलाकि ऋद्धिमान साहा एक बेहतरीन विकेटकीपर हैं, लेकिन वो एक औसत दर्जे के बल्लेबाज़ हैं। टेस्ट में उनका औसत महज़ 30 के आसपास है। विदेशों में उनकी बल्लेबाज़ी का औसत 29 के क़रीब है। ऐसा औसत आज के दौर के विकेटकीपर की लिए अच्छा नहीं माना जाएगा। महेंद्र सिंह धोनी के टेस्ट से संन्यास लेने के बाद साहा को भारत का मुख्य टेस्ट विकेटकीपर बनाया गया। वो लागातार टीम इंडिया के लिए टेस्ट खेल रहे हैं लेकिन बल्लेबाज़ी में कुछ ख़ास कमाल नहीं दिखा पा रहे हैं। इंग्लैंड में 5वें टेस्ट की आख़िरी पारी में ऋषभ पंत ने शानदार शतक लगाया है और ये साबित कर दिया है कि वो एक विश्व स्तर के टेस्ट बल्लेबाज़ हैं।