आईपीएल (IPL) नीलामी से पहले कई तरह के कयास लगाए जा रहे और पूर्वानुमान भी लगे थे उनमें से कुछ सही साबित हुए और कुछ गलत साबित हो गए। ऐसा ही एक पूर्वानुमान यह भी था कि ऑस्ट्रेलिया के सीमित ओवर कप्तान आरोन फिंच को बड़ी कीमत देकर खरीदा जाएगा ऐसा लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। आरोन फिंच (Aaron Finch) का नाम दो बार नीलामी में आया लेकिन किसी भी टीम ने उन्हें खरीदने के लिए बोली नहीं लगाई। हालांकि यह हैरानी वाली बात जरुर थी लेकिन यह सच्चाई भी रही कि फिंच को कोई खरीददार नहीं मिला और वह अनसोल्ड रहे।
आरोन फिंच का बड़ा नाम होने के कारण उनके लिए बोली भी बड़ी लगने की उम्मीद थी लेकिन उन्हें बेस प्राइस पर भी खरीदने की दिलचस्पी नहीं दिखाई गई। ऐसी चर्चा भी होती थी कि आरसीबी एक बार फिर से आरोन फिंच को अपने पाले में लेकर आएगी लेकिन आरसीबी ने अन्य खिलाड़ियों के लिए बड़ी बोली लगाते हुए फिंच के नाम पर एक बार भी हां नहीं कहा। यह तीन कारणों के बारे में बताया गया है जो आरोन फिंच के नहीं बिकने के लिए जिम्मेदार है।
निंरतरता की कमी
आरोन फिंच में निरंतरता की कमी नजर आती है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भी यह देखने को मिलता है। एक बार बेहतर पारी खेलने के बाद वह कुछ मैचों में फ्लॉप रहते हैं। आईपीएल में बेहतर प्रदर्शन करते हुए टीम की बल्लेबाजी को आगे लेकर जाने वाला बल्लेबाज चाहिए होता है।
पिछले सीजन खराब फॉर्म
पिछले सीजन आरसीबी ने आरोन फिंच को कई मौके दिए लेकिन वह अपने नाम के अनुसार उन मौकों में प्रभावशाली प्रदर्शन करने में नाकाम रहे थे। इस वजह से ही आरसीबी ने उन्हें टीम से बाहर कर दिया और यही देखते हुए अन्य टीमों ने भी फिंच पर निवेश करना उचित नहीं समझते हुए नए और युवा खिलाड़ियों को तवज्जो देना उचित समझा।
ओपनर बल्लेबाज
हर टीम में लगभग बेहतर ओपनर बल्लेबाज हैं ऐसे में फिंच के लिए स्थान बनाना मुश्किल था। फिंच एक ओपनर खिलाड़ी हैं और उन्हें फिट करने के लिए नियमित ओपनर को बाहर करना पड़ता, ऐसे में किसी भी टीम का समन्वय खराब हो सकता है। फिंच का बतौर ओपनर पिछला प्रदर्शन भी खराब रहा, ऐसे में टीमों ने उन्हें नहीं खरीदते हुए अपने अन्य ओपनरों पर भरोसा दिखाया।