आपीएल 2021 (IPL 2021) की नीलामी में टीमों ने विदेशी गेंदबाजों के ऊपर ज्यादा निवेश किया। हर टीम ने गेंदबाज या ऑल राउंडर के ऊपर बड़ी बोली लगाते हुए उन्हें टीम में शामिल करने का पूरा प्रयास किया। आरसीबी और पंजाब किंग्स की टीमें बड़ी बोली लगाने में सबसे आगे रही वहीँ, केकेआर, मुंबई और हैदराबाद की टीमों ने बड़ी बिड वॉर में नहीं जाते हुए सिर्फ दर्शक की भूमिका निभाना ही उचित समझा। कई बड़े नाम ऐसे रहे जो इस बार आईपीएल में नहीं बिके, उनमें से एक नाम इंग्लैंड के बल्लेबाज जेसन रॉय (Jason Roy) का भी रहा है।
जेसन रॉय के बारे में नीलामी से पहले काफी चर्चा थी और माना जा रहा था कि उन्हें खरीदने के लिए टीमों में बड़ी होड़ मचेगी लेकिन ऐसा कुछ भी देखने को नहीं मिला। दो बार बिड में नाम आने के बाद भी टीमों की तरफ से उनमें दिलचस्पी नहीं दिखाई गई और वह अनसोल्ड रहे। जेसन रॉय को किसी भी टीम ने क्यों नहीं खरीदा, इसके बारे में इस आर्टिकल में कुछ कारण बताए गए हैं।
खराब फॉर्म
जेसन रॉय को आईपीएल में किसी भी टीम द्वारा नहीं खरीदने के पीछे सबसे बड़ा कारण खराब फॉर्म है। रॉय ने हाल ही में बिग बैश लीग टूर्नामेंट में खेलते हुए अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है। उन्होंने पिछली दस पारियों में महज 2 बार अर्धशतकीय पारी खेली है। ऐसे में उन्हें शामिल करने का जोखिम कोई भी टीम नहीं उठाना चाहती थी।
पिछले आईपीएल से नाम वापस लेना
पिछली बार आईपीएल में जेसन रॉय को दिल्ली कैपिटल्स का हिस्सा बनाया गया था। दिल्ली में शामिल होने के बाद आईपीएल शुरू होने के समय उन्होंने नाम वापस लिया था। बाद में डेनियल सैम्स को शामिल किया गया था। इस रवैये को देखते हुए भी टीमों ने उनसे किनारा करना ही बेहतर समझा और बोली नहीं लगाई।
ज्यादा बेस प्राइस
खराब फॉर्म के बाद भी जेसन रॉय की बेस प्राइस काफी थी। 2 करोड़ रूपये बेस प्राइस वाले खिलाड़ी अच्छी फॉर्म में थे और इस वजह से ही उन्हें बड़ी रकम में खरीदा गया। जेसन रॉय के साथ ऐसा नहीं था। अगर उनकी बेस प्राइस डेढ़ या दो करोड़ रूपये की होती तो उन्हें खरीदा जा सकता था। अंतरराष्ट्रीय टी20 क्रिकेट में भी वह पिछले एक साल से नहीं खेले हैं, ऐसे में टीमों ने उनमें दिलचस्पी नहीं दिखाई।