#2 तेजी से रन बनाने की क्षमता
पृथ्वी शॉ स्वाभाविक तौर पर एक आक्रामक बल्लेबाज हैं। शॉ कोई भी प्रारूप खेलें लेकिन अपना स्वाभाविक खेल नहीं बदलते हैं। टेस्ट प्रारूप में भी वो गेंदबाजों पर हावी होकर खेलते हैं। शॉ नंबर 3 पर तेजी से रन बना सकते हैं, जो काम पुजारा नहीं कर पाते हैं। हालांकि आक्रामक खेल के दौरान कई बार जल्दी आउट होने का खतरा भी रहता है लेकिन जिस दिन शॉ लय में दिखे, उस दिन वो अकेले ही खेल बदल सकते हैं और आने वाले बल्लेबाजों का काम आसान कर सकते हैं।
#3 युवा खिलाड़ी को भविष्य के लिए तैयार करना
भारतीय टीम के पास मौजूदा समय में ओपनिंग के बहुत सारे विकल्प मौजूद हैं। ऐसे में शॉ के लिए बतौर ओपनर वापसी कर पाना थोड़ा मुश्किल ही है। शॉ अभी बहुत ही युवा हैं और उन्हें अगर नंबर 3 पर सफलता मिलती है तो फिर भारत के दृष्टिकोण से भविष्य के लिहाज से ये काफी बड़ी राहत होगी। ऐसे में पुजारा की जगह शॉ को आजमा कर नंबर 3 पर उनकी काबिलियत को परखने का ये सही मौका होगा।