why Suryakumar Yadav could not make an impact in ODIs: भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव आज टीम के लिए सबसे अहम बल्लेबाज बन चुके हैं। टीम इंडिया के टी20 इंटरनेशनल कप्तान सूर्यकुमार यादव ने जब से डेब्यू किया है, उसके बाद से ही जबरदस्त जलवा दिखा है। उन्होंने अपने प्रदर्शन से जमकर प्रभावित किया है। इस वक्त वर्ल्ड क्रिकेट में सबसे खतरनाक टी20 फॉर्मेट के बल्लेबाज बन चुके हैं।
लेकिन बात जब सूर्यकुमार यादव के वनडे करियर की आती है, तो यहां पर वो इतना खास प्रभाव नहीं डाल सके हैं। इस स्टार बल्लेबाज को वनडे फॉर्मेट में टीम इंडिया के लिए मौके जरूर मिले हैं, लेकिन वो पूरी तरह से नाकाम साबित हुए हैं। वो अब तक अपने करियर में 37 वनडे मैच खेल चुके हैं, लेकिन करीब 26 की औसत से 773 रन ही बना सके हैं। इस वक्त वो वनडे फॉर्मेट में टीम इंडिया से पूरी तरह से दूर हो चुके हैं। ऐसा क्या है कि सूर्या वनडे में कुछ खास कमाल नहीं दिखा सके।
तो चलिए इस आर्टिकल में आपको बताते हैं वो 3 कारण क्यों सूर्यकुमार यादव वनडे में नहीं छोड़ सके अपनी छाप
3.टी20 क्रिकेट का इफेक्ट
वर्ल्ड क्रिकेट में सबसे शॉर्ट फॉर्मेट टी20 क्रिकेट में सूर्यकुमार यादव का अलग ही जलवा रहा है। इस फॉर्मेट में आईपीएल से लेकर टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट तक में उन्होंने जबरदस्त प्रदर्शन किया है। इस बल्लेबाज की शैली में टी20 फॉर्मेट वाली आक्रमकता भरी है, ऐसे में वो वनडे में इस टी20 फॉर्मेट के इफेक्ट को दूर नहीं रख सके और वनडे में फ्लॉप साबित हुए।
2.बल्लेबाजी क्रम
भारतीय क्रिकेट टीम में वनडे फॉर्मेट में स्थापित बल्लेबाजी क्रम है। जहां ओपनिंग से लेकर नंबर-3 के बल्लेबाजों के साथ ही मिडिल ऑर्डर के बल्लेबाज तय है। ऐसे में जब भी सूर्या को मौका मिला, वहां वो किसी एक क्रम पर लगातार बल्लेबाजी नहीं पा सके। ऐसे में निश्चित बल्लेबाजी क्रम ना होने की वजह से वो अपनी लय को बरकरार नहीं रख सके।
1.वनडे फॉर्मेट में दिखायी जल्दबाजी
ये तो हर कोई जानता है कि सूर्यकुमार यादव टी20 फॉर्मेट के धाकड़ बल्लेबाज हैं। वो इस फॉर्मेट में महारथ हासिल कर चुके हैं। लेकिन वनडे में वो ऐसा प्रभाव नहीं डाल सके। वनडे में बल्लेबाजी के दौरान टिककर खेलने की जरूरत होती है, लेकिन इस स्टार बल्लेबाज ने अक्सर ही काफी जल्दबाजी दिखायी। ऐसे में वो वनडे में अपनी छाप नहीं छोड़ सके।