अगले साल टेस्ट क्रिकेट को बचाने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की जा रही है। पहली बार खेली जा रही टेस्ट चैम्पियनशिप में टेस्ट खेलने वाली टीमों को दो साल की अवधि में तीन घरेलू और तीन विदेशी टेस्ट श्रृंखलाएं खेलनी हैं। इस चैम्पियनशिप में सर्वश्रेष्ठ रिकॉर्ड रखने वाली 2 टीमें फाइनल में खेलेंगी और विजेता को टेस्ट चैम्पियन घोषित किया जायेगा। बड़ी इनामी राशी और नियमित खेल कार्यक्रम इस चैम्पियनशिप को रोमांचक बढ़ाएगा। इस टूर्नामेंट से यह उम्मीद है कि कुछ देशों में जहां क्रिकेट का सबसे लंबा प्रारूप लगभग ख़त्म होने के कगार पर है, वहां टेस्ट क्रिकेट को पुनर्जीवित करने में मदद मिलेगी। इस लेख में, हम उन तीन टीमों का विश्लेषण करेंगे जिनकी इस टेस्ट चैंपियनशिप को जीतने की सबसे ज़्यादा संभावना है:
दक्षिण अफ्रीका की सफलता के लिए महत्वपूर्ण 3 प्रमुख खिलाड़ी:
डीन एल्गर डीन एल्गर को अपने टेस्ट कैरियर की शुरुआत में कठिनाई का सामना करना पड़ा था। लेकिन उसके बाद उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उछाल वाली WACA की पिच पर काफी अच्छा प्रदर्शन किया था। तब से एल्गर के लिए चीजें और बेहतर हो गई हैं। अब तक उन्होंने अपने टेस्ट करियर में 11 शतक और 12 अर्धशतक के साथ 42.59 की शानदार औसत के साथ रन बनाए हैं। दक्षिण अफ्रीका टेस्ट टीम के लिए एल्गर ने पिछले एक साल में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। उन्होंने पिछले कैलेंडर वर्ष में 53.71 की सर्वोत्तम औसत से 1000 से अधिक टेस्ट रन बनाए हैं जिसमें 5 शतक और 4 अर्धशतक शामिल हैं। पिछले कुछ सालों में एबी डीविलियर्स और जैक्स कैलिस जैसे महान खिलाड़ियों के संन्यास के बाद, दक्षिण अफ्रीकी टीम टेस्ट चैम्पियनशिप जीतने के लिए एल्गर से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद करेगी। कगिसो रबाडा पेस, स्विंग, और रवैया, एक अच्छा तेज गेंदबाज बनने के लिए इन सभी गुणों का होना बहुत ज़रूरी है और यह तीनों गुण दक्षिण अफ़्रीकी तेज़ गेंदबाज़ कगिसो रबाडा में हैं। 2015 में रबाडा ने भारत के खिलाफ टेस्ट मैच में बेहतरीन प्रदर्शन कर अपने टेस्ट करियर का शानदार आगाज़ किया था। तब से खेले गए प्रत्येक टेस्ट मैच में उन्होंने विकेट लिए हैं। रबाडा ने 30 टेस्ट मैचों में महज़ 21.43 रनों की औसत से कुल 143 विकेट लिए हैं। टेस्ट क्रिकेट में डेल स्टेन के चोटिल होने और मॉर्न मॉर्केल के हाल ही में लिए संन्यास के बाद दक्षिण अफ़्रीकी के गेंदबाज़ी आक्रमण की ज़िम्मेवारी रबाडा के कंधों पर आ गई है। यदि दक्षिण अफ्रीका को किसी मैच में पूरे 20 विकेट लेने हैं तो उनको 23 वर्षीय जोहान्सबर्ग के इस खिलाड़ी की तरफ ही देखना पड़ेगा। हाशिम अमला इस चैंपियनशिप में दक्षिण अफ़्रीका के धाकड़ बल्लेबाज़ हाशिम अमला उतने ही महत्वपूर्ण है जितना कि वह दक्षिण अफ्रीकी टीम के लिए हमेशा से रहे हैं। अनुभवी अमला ने 117 टेस्ट मैचों में 48.03 की औसत से शानदार 8982 रन बनाए हैं, जिसमें 28 शतक और 39 अर्धशतक शामिल हैं। अपनी अपरंपरागत तकनीक के बावजूद, अमला वर्तमान में टेस्ट क्रिकेट के महान खिलाड़ियों में से एक हैं। आमला सभी प्रकार की स्थितियों में रन बनाने में सक्षम हैं। इस टेस्ट चैंपियनशिप के दौरान दक्षिण अफ्रीका के भारत दौरे का उनका अनुभव और कौशल विशेष रूप से महत्वपूर्ण होगा। एल्गर की तरह ही, कैलिस और डीविलियर्स के संन्यास के बाद अमला के कंधों पर टीम को जीत दिलाने की ज़िम्मेदारी होगी। अगर अमला दक्षिण अफ्रीका के लिए इस चैंपियनशिप में अपनी फॉर्म बरकरार रखते हैं तो निश्चित रूप से दक्षिण अफ़्रीका इस टूर्नामेंट को जीतने का प्रबल दावेदार होगा।
ऑस्ट्रेलिया की जीत के लिए महत्वपूर्ण 3 प्रमुख खिलाड़ी:
स्टीवन स्मिथ पिछले कुछ समय से विवादों में घिरे ऑस्ट्रेलिआई कप्तान स्मिथ की प्रतिभा पर किसी को शक नहीं है और यदि ऑस्ट्रेलिया यह टेस्ट चैंपियनशिप जीतना चाहता है तो उन्हें इस खिलाड़ी से टीम में वापसी कर शानदार प्रदर्शन की उम्मीद होगी। स्मिथ विश्व क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ टेस्ट बल्लेबाज रहे हैं। टेस्ट में स्मिथ ने शानदार 61.37 की औसत से 6199 रन बनाए हैं। इसके अलावा उन्होंने अपने टेस्ट करियर में 23 शतक और 24 अर्धशतक बनाए हैं। जोश हेज़लवुड इस चैंपियनशिप में ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाज़ी आक्रमण की ज़िम्मेवारी जोश हैज़लवुड के कंधों पर होगी। भले ही ऑस्ट्रेलिया के पास स्टार्क और कमिन्स जैसे गेंदबाज़ भी हैं लेकिन हैज़लवुड ने टेस्ट क्रिकेट में ऐसे कई रिकॉर्ड बनाए हैं जो उन्हें महान टेस्ट गेंदबाज़ों की फेहरिस्त में शामिल करते हैं। 40 टेस्ट मैचों में, हैज़लवुड ने 26.84 की औसत के साथ 151 विकेट लिए हैं। महान गेंदबाज़ ग्लेन मैकग्रा की तरह वह भी सटीक और विविधतापूर्ण गेंदबाज़ी करते हैं। ऑस्ट्रेलिया को यह टेस्ट चैम्पियनशिप जीतने के लिए उनसे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की उम्मीद होगी। नाथन लियोन इस ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज़ ने बड़ी तेज़ी से सफलता प्राप्त की है और अपने कुछ ही सालों के क्रिकेट जीवन में उन्होंने कुछ खास रिकार्ड भी बना डाले हैं। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के क्रिकेट इतिहास में टेस्ट प्रारूप में सर्वाधिक विकेट लिए हैं और अभी उनके पास काफी समय है कि वह और कई रिकार्ड कायम कर सकें। अपने करियर में अब तक, उन्होंने 78 टेस्ट मैचों में 32.21 की औसत से 306 विकेट लिए हैं। यदि लियोन अपना अच्छा फॉर्म जारी रखते हैं तो ना केवल वह ऑस्ट्रेलिया को यह टेस्ट चैम्पियनशिप जिता सकता हैं बल्कि बहुत जल्द 400 विकेट लेने का रिकॉर्ड भी बना सकते हैं।
3 खिलाड़ी जो भारत की जीत के लिए महत्वपूर्ण होंगे:
विराट कोहली सचिन तेंदुलकर के बाद इतिहास में भारत के सबसे बड़े बल्लेबाज हैं विराट कोहली। विराट ने पिछले 5 सालों में भारत की कई खिताबी जीतों में अहम भूमिका निभाई है। सीमित ओवरों में अधिक प्रभावशाली प्रदर्शन करने वाले कोहली का टेस्ट में भी शानदार प्रदर्शन रहा है। उन्होंने 66 टेस्ट मैचों में 53.40 रनों की शानदार औसत से 5554 रन बनाए हैं। कोहली भारत के लिए इतना महत्वपूर्ण इसलिए हैं क्यूंकि उन्होंने विदेशी पिचों पर भी बढ़िया स्कोर किया है। कोहली का बल्लेबाज़ी औसत ऑस्ट्रेलिया में 62.00, दक्षिण अफ्रीका में 55.80 और न्यूजीलैंड में 71.33 रहा है। ऐसे में सभी क्रिकेट प्रशंसकों को भारतीय कप्तान से इस चैम्पियनशिप में शानदार प्रदर्शन की उम्मीद होगी। मोहम्मद शमी भारत के लिए केवल 30 टेस्ट खेलने के बावजूद, मोहम्मद शमी भारतीय टीम के लिए बेहद अहम खिलाड़ी हैं। शमी वैसे तो सीमित ओवरों के मैचों में गेंदबाजी के लिए जाने जाते हैं लेकिन अपने छोटे करियर में, उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में भी अपनी धाक जमाई है। 30 टेस्ट मैचों में उन्होंने 28.90 की औसत से 110 विकेट लिए हैं और आधे से ज्यादा मैच उन्होंने धीमी पिचों पर खेले हैं जहां तेज़ गेंदबाज़ों को कोई खास मदद नहीं मिलती। ख़ासकर दक्षिण अफ्रीका और श्रीलंका में उनका रिकार्ड बेहतरीन रहा है। ऐसे में इस टेस्ट चैम्पियनशिप में वह भारत के बेहद अहम गेंदबाज़ होंगे। रविचंद्रन अश्विन अश्विन एक स्पिनर के रूप में टेस्ट प्रारूप में भारत के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज़ हैं। अकेले भारत में, उन्होंने प्रति विकेट 22.7 9 रनों के औसत से 225 विकेट लिए हैं। घरेलू पिचों के साथ साथ उन्होंने विदेशों में भी अच्छा प्रदर्शन किया है। उदाहरण के लिए, ऑस्ट्रेलिया में अश्विन ने 54.71 रन की औसत से विकेट बनाते हैं। जबकि दक्षिण अफ्रीका में, उनका औसत 46.14 रन रहा है। आश्विन इस समय टेस्ट क्रिकेट में शीर्ष 10 ऑलराउंडरों में से एक हैं। आगामी चैम्पियनशिप में गेंद के साथ बल्ले से भी वह महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं। लेखक: निक क्वाण्ट अनुवादक: आशीष कुमार