6 विशेषज्ञ बल्लेबाजों को खिलाना
हालांकि यह सच है कि टेस्ट मैच जीतने के लिए किसी भी टीम को 20 विकेट लेने की ज़रूरत होती है लेकिन, यह भी सच है कि यदि बल्लेबाजी करने वाली टीम लगातार 300-350 से अधिक स्कोर नहीं करती तो वो टेस्ट जीत नहीं सकती। हाल में भारतीय टीम का इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका दौरा इसकी ताज़ा उदाहरण रहे हैं। सौरव गांगुली 6 बल्लेबाजों के साथ खेलते थे। सहवाग, सचिन, द्रविड़, लक्ष्मण और खुद के टीम में होते हुए भी उ.न्होंने विदेशी दौरों में 6 बल्लेबाजों को खिलाया। इस पॉलिसी की बदौलत ही भारतीय टीम ने 2002 में हेडिंग्ले में और 2003 में एडिलेड में ऐतिहासिक और यादगार जीत दर्ज़ की। वहीं, विराट कोहली ने अभी तक 6 विशेषज्ञ बल्लेबाजों को नहीं खिलाया है। भले ही उनका पूरा शीर्ष क्रम रन बनाने के लिए संघर्ष कर रहा हो और फॉर्म से बाहर हो। वर्तमान में भारत की सबसे बड़ी समस्या है।