3 चीजें जो विराट कोहली को सौरव गांगुली से भारत का विदेशों में रिकॉर्ड सुधारने के लिए सीखनी चाहिए

खिलाड़ियों की भूमिका तय करना

गांगुली की टीम में, प्रत्येक खिलाड़ी की भूमिका तय थी। स्कोर को तेज़ी से बढ़ाने की ज़िम्मेवारी सहवाग की थी, द्रविड़ पर पारी संभालने की जबकि गांगुली, सचिन और लक्ष्मण पर टीम को उच्चतम स्कोर तक पहुँचाने की ज़िम्मेदारी होती थी। कुंबले और हरभजन पर मध्य ओवरों में बल्लेबाज़ों पर अंकुश लगाने की ज़िम्मेदारी होती थी जबकि गरकर, जहीर और नेहरा लगातार विकेट लेने के लिए गेंदबाजी करते थे। वहीं, कोहली की टीम में, खिलाड़ियों की भूमिका अनिश्चित है। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट में भुवनेश्वर कुमार के शानदार प्रदर्शन के बाद उन्हें दूसरे टेस्ट में नहीं खिलाया। हार्दिक पांड्या पूरी तरह से टेस्ट टीम के लिए उपयुक्त नहीं लगते, वहीं पुजारा को तेज़ खिलाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। कोहली को टीम में प्रत्येक खिलाड़ी को एक विशिष्ट भूमिका देनी चाहिए तांकि विदेशी सरज़मीं पर भी जीत सुनिश्चित की जा सके। लेखक: प्रतीक दोशी अनुवादक: आशीष कुमार