सीमित ओवरों के प्रारूप में हमने अक्सर देखा है कि शुरुआती 10 ओवर किसी भी टीम के लिए कितने महत्वपूर्ण होते हैं। शुरुआती 10 ओवरों में हर टीम अपनी अलग रणनीति के साथ उतरती है, कुछ टीमें ताबड़तोड़ बल्लेबाजी के इरादे से उतरती हैं ताकि उनकी टीम को एक मजबूत शुरुआत मिल सके, जबकि कुछ टीमें सावधानी बरतते हुए आराम से बल्लेबाजी करती है ताकि वह कम से कम विकेट खोएं। हालांकि पहले से आप कुछ भी सोचें लेकिन मैदान पर क्या होगा ये आपको मैच के दौरान ही पता लगता है।टी20 क्रिकेट में शुरुआती 10 ओवरों में 6 ओवर पावरप्ले के होते हैं, जिसमें हमने अक्सर ही टीमों को ताबड़तोड़ अंदाज में रन बनाते हुए देखा है। इसके विपरीत कई बार टीमें ताश के पत्तों की तरह बिखर भी जाती हैं और ढेर सारे विकेट खो देती हैं, जिससे उनपर अत्यधिक दबाव आ जाता है। इसी दवाब के कारण बल्लेबाजी करने वाली टीम इन 10 ओवरों में बहुत अधिक स्कोर नहीं बना पाती है। ऐसी परिस्थितियों से भारतीय टीम को कई बार गुजरना पड़ा है। इस आर्टिकल में हम उन 3 मौकों का जिक्र करने जा रहे हैं, जब भारत ने टी20 मैच में अपनी पारी के शुरूआती 10 ओवरों में सबसे कम स्कोर बनाया। 3 मौके जब भारत ने टी20 में शुरुआती 10 ओवरों में सबसे कम स्कोर बनाया #3 43/5 बनाम ऑस्ट्रेलिया,मेलबर्न (2008)ऑस्ट्रेलिया बनाम भारत एकमात्र टी202008 के ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर हुए एकमात्र टी20 मुकाबले में भारतीय टीम की बल्लेबाजी पूरी तरह से बिखरती हुई नजर आई। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम पूरे मुकाबले में ही ऑस्ट्रेलिया के सामने जूझती नजर आई और इतना पिछड़ गई कि वह वापस मुकाबले में आ ही ना सके।शुरुआत से ही भारत को झटके लगते गए और 10 ओवरों के अंत में टीम का स्कोर मात्र 43 रन पर पांच विकेट हो गया था। इरफान पठान के अलावा इस मुकाबले में कोई भी बल्लेबाज दोहरे अंक तक भी नहीं पहुंच पाया और पूरी भारतीय टीम 17.3 ओवरों में मात्र 74 रन के स्कोर पर ऑल आउट हो गई और ऑस्ट्रेलिया ने 12वें ओवर में ही एक विकेट खोकर लक्ष्य को हासिल कर लिया।