विराट कोहली एक चतुर कप्तान के रूप में जाने जाते हैं जो हमेशा बल्ले और मैदान में कप्तानी को एकसाथ लेकर आगे बढ़ते हैं। भारतीय कप्तान की निरंतर आक्रामकता खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का सबसे बड़ा स्रोत रहा है क्योंकि उन्होंने एमएस धोनी की जगह पदभार संभाला था। विराट कोहली ने पहली बार साल 2014 में एडीलेड में टेस्ट क्रिकेट में भारत का नेतृत्व किया, जहां उन्होंने शतकों की झड़ी ही लगा दी थी। एमएस धोनी के संन्यास लेने के बाद कोहली ने उसी सीरीज में सिडनी टेस्ट में टीम का नेतृत्व किया और वहीं से उनकी कप्तानी यात्रा की शुरुआत हुई। हालांकि हाल के दिनों में कप्तान के रूप में विराट कोहली के कुछ अजीब टीम चयन देखे गए जो कि हार का कारण बने। इसके बाद कोहली की काफी आलोचना भी हुई। आइए जानते हैं कोहली की कप्तानी में टीम चयन को लेकर किए गए तीन गलत फैसले, जिसके कारण टेस्ट मैचों में टीम इंडिया को हार झेलनी पड़ी: #3 भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया, पुणे (2017) साल 2017 की शुरुआत में ऑस्ट्रेलिया भारत दौरे पर आई थी। इस दौरान ऑस्ट्रेलिया ने भारत के साथ टेस्ट सीरीज खेली। इसमें से सीरीज का पहला मुकाबला पुणे के एमसीए स्टेडियम में खेला गया, जिसकी पिच पहले ही दिन से स्क्वायर टर्न ले रही थी। इस मैच में विराट कोहली टॉस गंवा बैठे थे। वहीं इस मुकाबले के लिए कोहली का अजीब टीम चयन देखने को मिला। इस टेस्ट मैच के लिए कोहली ने आश्चर्यजनक रूप से बल्लेबाज करुण नायर की जगह जयंत यादव को तीसरे स्पिनर के रूप में खिलाने का फैसला किया, जो कि नंबर 6 पर स्पष्ट विकल्प था। हालांकि उस मैच में जिस तरह की परिस्थिति थी, उनमें टीमें अतिरिक्त बल्लेबाज के साथ खेलती हैं. लेकिन कोहली के एक गलत फैसले के कारण पूरी भारतीय क्रिकेट टीम को इसका नुकसान उठाना पड़ा। इस मुकाबले में बल्लेबाज एकदम नाकाम रहे और गेंदबाजी भी बेदम देखने को मिली। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इस मैच में भारतीय टीम की पहली पारी 105 रन तो वहीं दूसरी पारी 107 रन पर ही सिमट गई। जयंत ने इस टेस्ट मैच में दो विकेट ही हासिल किए और टीम इंडिया को इस मुकाबले में 333 रनों से हार का मुंह देखना पड़ा। #2 भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका, केपटाउन (2018) साल 2018 में भारत ने दक्षिण अफ्रीका का दौरा किया। इस दौरे पर भारत ने टेस्ट सीरीज खेली। इस टेस्ट सीरीज की शुरुआत भारत को हार से करनी पड़ी। केपटाउन में खेले गए दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट मुकाबले में भी विराट कोहली का खराब टीम सेलेक्शन देखने को मिला। इस मुकाबले में अजिंक्य रहाणे को दरकिनार करते हुए कोहली ने रोहित शर्मा को मौका दिया। आखिर में विराट कोहली का यह फैसला काफी महंगा साबित हुआ। टेस्ट मैचों में बतौर उप-कप्तान नंबर 5 पर बल्लेबाजी करने वाले अजिंक्य रहाणे की जगह रोहित शर्मा टीम में शामिल तो किए गए लेकिन रोहित शर्मा कुछ खास कमाल नहीं कर पाए। उन्होंने बेहद ही निराशाजनक प्रदर्शन किया। जिसके कारण टीम को हार का सामना भी करना पड़ा। इस मुकाबले में रोहित शर्मा का बल्ला शांत रहा है और उन्होंने दोनों पारियों में 10 रन और 11 रन बनाए। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारत को इस टेस्ट मैच में 72 रनों से हार का सामना करना पड़ा। #1 भारत बनाम इंग्लैंड, एजबेस्टन (2018) इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में भी विराट कोहली के खराब टीम चयन का नमूना देखने को मिला। नंबर तीन पर भारतीय टीम के लिए पुजारा काफी शानदार भूमिका निभाते आए हैं लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ एजबेस्टन में खेले गए इस सीरीज के पहले टेस्ट मुकाबले में विराट कोहली ने चेतेश्वर पुजारा को नजरअंदाज करते हुए लोकेश राहुल को टीम में शामिल किया। पुजारा को टीम से बाहर करने का खामियाजा टीम इंडिया को मैच हारकर भुगतना पड़ा क्योंकि लोकेश राहुल विराट कोहली की उम्मीदों पर खड़ा नहीं उतर पाए और नतीजतन क्रीज पर जल्दी अपना विकेट गंवा बैठे। हालांकि लोकेश राहुल ने इस साल इंडियन प्रीमियर लीग में तहलका मचा दिया था और जमकर रन बरसाए थे। इसके अलावा इंग्लैंड के खिलाफ खेली गई टी20 सीरीज में भी लोकेश राहुल के बल्ले से रनों की बरसात हुई थी। हालांकि टेस्ट के फॉर्मेट में आते ही लोकेश राहुल फिसड्डी साबित हो गए। एजबेस्टन टेस्ट की दोनों पारियों में ही लोकेश राहुल का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। लोकेश राहुल ने इस मैच में 4 और 13 रन बनाए। आखिर में इस मैच में भारत को 31 रन से हार का सामना करना पड़ा। ऐसे में विराट कोहली को इस बात की भी समझ विकसित करनी चाहिए कि टी20 और टेस्ट क्रिकेट दोनों का फॉर्मेट अलग है। ऐसे में जरूरी नहीं कि एक खिलाड़ी जो टी20 में धमाल मचाए हुए है वो टेस्ट में भी असरदार साबित हो। लेखक: अथर्व आपटे अनुवादक: हिमांशु कोठारी