#2 सौरभ तिवारी
एमएस धोनी को अपना आदर्श मानने वाले और उनकी ही तरह लम्बे बालों वाला हेयर स्टाइल रखने वाले सौरभ तिवारी ने 2008 में अंडर-19 विश्व कप में शानदार प्रदर्शन किया और इसकी वजह से मुंबई इंडियंस ने उन्हें अपने साथ जोड़ा था। सौरभ ने 2008 में भारतीय अंडर-19 के विश्व कप जितने में अहम भूमिका निभाई थी। सौरभ ने मुंबई इंडियंस के लिए खेलते हुए कुछ लाजवाब पारियां खेली और अपनी टीम को कई मैच जिताए। सौरभ तीन साल तक मुंबई के लिए आईपीएल में खेलते रहें।
साल 2010 में उन्हें कुछ सीनियर खिलाड़ियों को आराम दिए जाने की वजह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे में डेब्यू का मौका मिला। अपने पहले मैच में उन्होंने 12 रन बनाये तथा अपने अंतिम मैच में नाबाद 37 रनों की पारी न्यूजीलैंड के खिलाफ खेली। इसके बाद से उन्हें दोबारा भारतीय टीम खेलने का मौका नहीं मिला।
#3 नमन ओझा
नमन ओझा भारत के लिए फर्स्ट क्लास क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करने के बावजूद विकेटकीपर के तौर पर कभी चयनकर्तओं की पहली पसंद नहीं रहे। ओझा से पहले उन्हीं के समकालीन खिलाड़ी एमएस धोनी को भारतीय टीम में पहले मौका मिला और इसके बाद धोनी के शानदार प्रदर्शन की वजह से कई सालों तक चयनकर्तओं ने किसी दूसरे विकेटकीपर की तरफ देखा भी नहीं।
साल 2010 के आईपीएल में नमन ओझा ने 14 मैचों में 31 से ज्यादा की औसत से 377 रन बनाये। इस प्रदर्शन की वजह से नमन को श्रीलंका के खिलाफ भारतीय टीम की तरफ से वनडे क्रिकेट में डेब्यू करने का मौका मिला। नमन को अपने करियर में मात्र 1 वनडे और दो टी20 मैचों में ही खेलने का मौका मिला। नमन साल 2015 में धोनी के संन्यास के बाद टेस्ट टीम भी शामिल किये गए थे और एक टेस्ट मैच के बाद उन्हें दोबारा कभी मौका नहीं दिया गया।