रोहित शर्मा के लिए सीमित ओवरों में एक बल्लेबाज़ और कप्तान के रूप में यह साल बहुत शानदार रहा है। इस साल में अभी तक रोहित ने 19 वनडे मैचों में 73.57 की औसत और 100.10 की स्ट्राइक रेट पर 1030 रन बनाए हैं जिसमें 3 अर्धशतक और 5 शतक शामिल हैं और इनमें 3 शतक उन्होंने विदेशी सरज़मीं पर बनाए हैं। वहीं टी-20 प्रारूप में रोहित ने अपनी 16 पारियों में 560 रन बनाए हैं जिनमें 3 अर्धशतक और 2 शतक शामिल हैं।
इसके साथ ही वह कप्तान के तौर पर भी बहुत प्रभावशाली रहे हैं, उन्होंने अपनी कप्तानी में भारत को निदाहस ट्रॉफी, एशिया कप और हाल ही में वेस्टइंडीज़ के खिलाफ संपन्न टी -20 श्रृंखला में जीत दिलाई है। उनकी कप्तानी में भारत ने सभी 5 वनडे मैच और 9 टी-20 मैचों में से 8 में जीत दर्ज की है। रोहित के ऐसे प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें दिसंबर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारतीय टेस्ट टीम में जगह दी गई है।
हिटमैन ने पिछले कुछ सालों में अपनी बल्लेबाज़ी में ज़बरदस्त सुधार किया है और अपने प्रदर्शन से आलोचकों को करारा जवाब दिया है। इस आर्टिकल में हम उनकी 3 सबसे प्रमुख अंडररेटेड पारियों पर एक नज़र डालेंगे:
#1. भारत बनाम पाकिस्तान, जोहान्सबर्ग, 16 गेंदों में नाबाद 30 रन (2007 टी-20 विश्वकप फाइनल)
साल 2007 में दक्षिण अफ्रीका में खेले गए पहले टी-20 विश्व कप में भारत और पाकिस्तान के बीच रोमांचक फाइनल मैच खेला गया। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही। गौतम गंभीर एक छोर पर डटे हुए थे लेकिन दूसरे छोर पर लगातार विकेट गिर रहे थे। गंभीर के 18वें ओवर में 75 रन पर आउट होने के बाद ऐसा लग रहा था कि भारतीय पारी 140 रनों पर सिमट जाएगी। लेकिन रोहित ने भारतीय पारी के आखिरी 2 ओवरों में मैच का रूख बदल दिया।
उन्होंने धमाकेदार बल्लेबाज़ी करते हुए 16 गेंदों में 30 रनों की धमाकेदार पारी खेली जिसमें 2 चौके और एक छक्का शमिल था। इससे भारत ने निर्धारित 20 ओवरों में 157 रनों का सम्मानजनक स्कोर बनाया। उनकी इसी पारी की बदौलत भारत ने 5 रनों से यह मैच जीत कर पहली बार टी-20 में विश्व विजेता बनने का गौरव हासिल किया। हालांकि रोहित को उनकी इस अहम पारी का श्रेय नहीं दिया गया।
#2. 138 बनाम ऑस्ट्रेलिया एमसीजी (कार्लटन मिड वनडे सीरीज 2015)
ऑस्ट्रेलिया, भारत और इंग्लैंड के बीच त्रिकोणीय श्रृंखला का यह दूसरा वनडे मैच था। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही और पहले ही ओवर में सलामी बल्लेबज़ शिखर धवन आउट होकर पवेलियन वापिस लौट गए। इसके बाद भी दूसरे छोर से विकेट गिरने का सिलसिला ज़ारी रहा लेकिन रोहित एक छोर पर डटे रहे।
उन्होंने सुरेश रैना के मिलकर अच्छी साझेदारी की और टीम को संकट से निकाला। भारतीय पारी के 37वें ओवर में रोहित ने अपना शतक पूरा किया।
अब तक सूझबूझ से अपनी पारी को आगे बढ़ाने वाले रोहित ने आखिरी ओवरों में आक्रमक बल्लेबाज़ी की और अंत में उन्हें मिशेल स्टार्क ने 49वें ओवर में 138 के स्कोर पर आउट किया और भारत ने इस तरह से निर्धारित 50 ओवर में 267/8 रन बनाए।
हालाँकि, यह स्कोर पर्याप्त नहीं था और ऑस्ट्रेलिया ने एक ओवर शेष रहते ही यह मैच जीत लिया। लेकिन दुर्भाग्यवश, हार की वजह से रोहित को उनकी इस पारी को वो श्रेय नहीं मिला जिसके वह हकदार थे।
#3. 150 बनाम दक्षिण अफ्रीका, कानपुर वनडे, 2015
यह भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच 5 मैचों की वनडे श्रृंखला का पहला मैच था। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करते हुए दक्षिण अफ्रीका ने निर्धारित 50 ओवरों में एबी डीविलियर्स के शानदार शतक की बदौलत 303 रन बनाए।
इसके बाद बल्लेबाज़ी करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत भी अच्छी रही लेकिन पारी के 8वें ओवर में शिखर धवन के आउट होने के बाद सलामी बल्लेबाज़ रोहित शर्मा पर टीम को बड़े स्कोर तक पहुंचाने की ज़िम्मेदारी आ गई। उन्होंने अजिंक्य रहाणे में साथ मिलकर अच्छी साझेदारी की और दक्षिण अफ़्रीकी गेंदबाज़ों को अपने पर हावी नहीं होने दिया।
कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में डेल स्टेन, कगिसो रबाड़ा, मोर्ने मोर्कल और इमरान ताहिर जैसे दिग्गज गेंदबाज़ों के सामने रोहित ने 36वें ओवर में सिर्फ 98 गेंदों पर शतक जड़ दिया।
पारी के 46वें ओवर में अपने 150 रन पूरे कर लिए और ऐसा लग रहा था कि भारत यह मैच बड़ी आसानी से जीत लेगा लेकिन इमरान ताहिर ने 47वें ओवर में रोहित को आउट कर पूरे मैच का पासा पलट दिया।
आखिरी ओवर में भारत को जीत के लिए 11 रनों की दरकार थी लेकिन क्रीज़ पर मौजूद कप्तान एम.एस. धोनी भारत को जीत नहीं दिला सके और सिर्फ 5 रनों से टीम इंडिया यह मैच हार गई। रोहित के 150 रनों की यह पारी उनकी कुछ यादगार पारियों में से एक है लेकिन दुर्भाग्यवश, हार के कारण उनकी यह पारी भी अंडररेटेड रही।