#2 बैकअप विकेटकीपर के रूप में
दिनेश कार्तिक की वापसी बतौर बैकअप विकेटकीपर के रूप में भी हो सकती है। हालांकि उनसे आगे संजू सैमसन और इशान किशन इस रेस में हैं। इसके बावजूद बतौर विकेटकीपर शायद ही कार्तिक की काबिलियत को किसी पर संदेह होगा। कार्तिक जबरदस्त विकेटकीपिंग करते हैं और उन्होंने कई मौकों पर विकेट के पीछे शानदार कैच लपके हैं। हालांकि, भारतीय टीम में विकेटकीपर स्लॉट के लिए प्रतिस्पर्धा करने के लिए दिनेश कार्तिक को अपनी फॉर्म और फिटनेस को अच्छा रखना होगा तभी उन्हें मौका मिल सकता है।
#1 अनुभव के आधार पर
दिनेश कार्तिक के पास अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट का काफी अनुभव है। कार्तिक ने 2004 में इंग्लैंड के खिलाफ डेब्यू किया था और वो तीन विश्व कप खेलने वाली भारतीय टीम का हिस्सा भी रहे हैं। ऐसे में उनके पास बड़े इवेंट्स में भी खेलने का अनुभव है और वो दवाब में अच्छा करना बेहतर तरीके से जानते हैं। किसी युवा खिलाड़ी के लिए पहले ही टी20 विश्व कप में काफी दवाब हो सकता है और भारत के पास उपलब्ध विकल्पों के पास ज्यादा अंतर्राष्ट्रीय स्तर का अनुभव भी नहीं है। ऐसे में अगर चयनकर्ता अनुभव को आधार बनाते हैं तो कार्तिक को मौका दिया जा सकता है।