2.महेला जयवर्द्धने
कोलंबो की बल्लेबाजी के अनुकूल पिच पर श्रीलंका ने टॉस जीतकर भारत को बल्लेबाजी के लिए बुलाया। भारत की तरफ से सदगोपन रमेश और राहुल द्रविड़ की जोड़ी ने दूसरे विकेट के लिए 200 से ज्यादा रन जोड़े। रमेश ने अपना शतक पूरा किया और 150 रन बनाने के करीब थे। श्रीलंका के कप्तान अर्जुन राणातुंगा के पास विकल्प नहीं बचे थे और उनके मुख्य बॉलर कुछ छाप नहीं छोड़ पा रहे थे।
इसके बाद कप्तान ने महेला जयवर्द्धने के हाथों में बॉल थमाई जो उस वक्त पार्ट टाइम बॉलर भी नहीं थे। लेकिन इसके बावजूद जयवर्द्धने ने सदगोपन रमेश का विकेट निकालकर अपनी टीम को सफलता दिलाई। उन्होंने अपना करियर 6 टेस्ट विकेटों के साथ समाप्त किया।
Edited by Rahul VBS