क्रिकेट के खेल में खिलाड़ियों की फॉर्म काफी मायने रखती है। अगर खिलाड़ी फॉर्म में है तो टीम में उसकी जगह बनी रहेगी, लेकिन वहीं अगर खिलाड़ी आउट ऑफ फॉर्म है तो उसे टीम से कब बाहर कर दिया जाए कहा नहीं जा सकता है। गेंद और बल्ले के इस खेल में बल्लेबाजों पर टीम के लिए रन स्कोर करने का दारोमदार रहता है। ऐसे में बल्लेबाज जितने ज्यादा रन स्कोर करेगा, टीम को उतनी ही ज्यादा मजबूती हासिल होगी। क्रिकेट में बल्लेबाजों के लिए शतक ठोकना काफी शान की बात होती है लेकिन वर्तमान में कई ऐसे बल्लेबाज भी मौजूद हैं जिनके बल्ले से लंबे समय से शतक देखने को नहीं मिला है। आइए जानते हैं उन चार बल्लेबाजों के बारे में जिन्होंने साल 2016 से क्रिकेट के किसी भी फॉर्मेट में शतक नहीं लगाया है। नोट: इस लिस्ट में केवल उन्हीं खिलाड़ियों को शामिल किया गया है जिन्होंने साल 2017 से अब तक कम से कम पांच टेस्ट मुकाबले खेले हैं।
#4 काइरन पॉवेल
वेस्टइंडीज के बल्लेबाज काइरन पॉवेल आश्चर्यजनक रूप से टीम में नियमित बने हुए हैं। हैरान करने वाली बात तो यह है कि काइरन पॉवेल के बल्ले से काफी लंबे वक्त से कोई खास पारी भी नहीं निकली है। तीन साल बाद 2017 में उन्होंने टेस्ट टीम में वापसी की थी। जिसके बाद उन्होंने बिना शतक लगाए 12 मुकाबले खेले हैं और 703 रन स्कोर किए हैं। साल 2017 से अब तक उनका सर्वोच्च स्कोर बुलावेओ में जिम्बाब्वे के खिलाफ 90 रन रहा है। यह उन्होंने पिछले अक्टूबर में लगाया था। इसके बाद वो कभी भी बड़ा स्कोर खड़ा नहीं कर पाए। अपने करियर की शुरुआत के बाद से ही पॉवेल ने काफी संघर्ष किया है। पॉवेल उन हालातों में भी गलत शॉट खेल जाते हैं जब मैदान पर धैर्य के साथ रन बनाने की दरकार होती है। हालांकि फिर भी वेस्टइंडीज टीम मैनेजमेंट के जरिए उन्हें मौका दिया जा रहा है।
# 3 जेम्स विन्स
जेम्स विन्स इंग्लैंड टीम के खिलाड़ी हैं। हालांकि वर्तमान में विन्स काफी निराशाजनक प्रदर्शन कर रहे हैं। 2017-18 में न्यूजीलैंड में इंग्लैंड एशेज और टेस्ट सीरीज हार गई थी। वहीं पिछले 18 महीने टेस्ट क्रिकेट में इंग्लैंड के लिए काफी खराब गुजरे हैं। इसका कारण इंग्लैंड टीम की बल्लेबाजी है। बल्लेबाज टेस्ट में नाकाम साबित हो रहे हैं। इन बल्लेबाजों में जेम्स विन्स इंग्लैंड के लिए सबसे बड़ी निराशा के तौर पर सामने आए हैं। हैम्पशायर बल्लेबाज ने इंग्लैंड के लिए 13 टेस्ट खेले हैं, जिनमें से 6 मुकाबले पिछले साल उन्होंने खेले हैं। इसके बावजूद विन्स इंग्लैंड के लिए खेलते हुए शतक नहीं बना पाए हैं। साल 2017 से उन्होंने सिर्फ तीन अर्धशतकीय पारियां ही खेली हैं। वहीं उनका सर्वोच्च स्कोर 83 रन का रहा है। इसके बावजूद इंग्लैंड विन्स पर अपना समय बर्बाद कर रहा है और उन्हें टीम में जगह देता जा रहा है।
#2 सरफ़राज अहमद
पिछले साल पाकिस्तान क्रिकेट के चैंपियंस ट्रॉफी जीतने वाली टीम के कप्तान सरफराज अहमद को कौन भूल सकता है। पिछला साल सरफराज अहमद के लिए ठीक रहा लेकिन अपने करियर में अभी तक उन्होंने किसी खास पारी को अंजाम नहीं दिया है। साल 2017 की शुरुआत के बाद से सरफराज अहमद ने क्रिकेट के किसी भी प्रारूप में शतक नहीं लगाया है। सरफराज अहमद ने 27 अगस्त 2016 को इंग्लैंड के खिलाफ लोर्ड्स के मैदान पर खेलते हुए शतकीय पारी को अंजाम दिया था। इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए इस एकदिवसीय मुकाबले में सरफराज अहमद ने 130 गेंदों का सामना करते हुए 105 रनों की पारी खेली थी। इसके साथ एकदिवसीय क्रिकेट में सरफराज अहमद का यह स्कोर उनका सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर भी बना। वहीं साल 2017 के बाद से उन्होंने सबसे बड़ी पारी के रूप में जून 2018 में एडिनबर्ग में स्कॉटलैंड के खिलाफ नाबाद 89 रनों की पारी खेली थी। इसे वो शतक में बदलने में नाकाम रहे थे। सरफराज अब तीनों प्रारूपों में पाकिस्तान के कप्तान हैं।
#1 केएल राहुल
केएल राहुल टीम इंडिया के शानदार बल्लेबाजों से एक माने जाते हैं लेकिन साल 2017 से केएल राहुल का बल्ला खामोश है और उनके बल्ले से क्रिकेट के किसी भी फॉर्मेट में शतक नहीं निकला है। हालांकि ऐसा नहीं है राहुल मैदान पर रन नहीं स्कोर कर रहे हैं। राहुल हर पारी में अर्धशतक जरूर लगा रहे हैं लेकिन इस आंकड़े को वो तीन अंको तक पहुंचाने में नाकाम साबित हो रहे हैं। जिसके कारण पिछले 18 महीनों में राहुल के बल्ले से एक भी शतक नहीं निकल पाया है। आखिरी बार उन्होंने भारत के लिए दिसंबर 2016 में चेन्नई में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच में शतक लगाया था, उस पारी में केएल राहुल 199 रन पर आउट हो गए थे। तब से लेकर अब तक उन्होंने 10 टेस्ट मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने 12 अर्धशतक बनाए हैं लेकिन एक भी शतक नहीं लगा पाए। उन्होंने इस दौरान दिसम्बर 2017 में श्रीलंका के खिलाफ टी20 में 89 रनों की सबसे बड़ी पारी खेली है। हालांकि कर्नाटक के बल्लेबाज के लिए यह एक अनोखा बदलाव रहा है क्योंकि अपने टेस्ट करियर में एक समय पर राहुल के नाम 4 शतक दर्ज थे लेकिन उस समय उनके नाम कोई अर्धशतक नहीं था और आज राहुल को शतक के लिए संघर्ष करते हुए देखा जा रहा है। लेखक: अथर्व आपटे अनुवादक: हिमांशु कोठारी