England vs India: 4 भारतीय खिलाड़ी जिन्हें तीसरे टेस्ट में किया जा सकता है ड्रॉप

टी -20 में मेजबानों पर 2-1 से जीत के साथ इंग्लैंड दौरे की अच्छी शुरूआत के बाद, भारतीय टीम वनडे श्रृंखला में अपनी जीत की लय बरकरार नहीं रख पाई और 2-1 से यह श्रृंखला हार गई और अब टेस्ट श्रृंखला में वे 2-0 से पिछड़ रहे हैं। दूसरे टेस्ट मैच में भी हार मिलने के बाद इंग्लैंड के खिलाफ यह टेस्ट श्रृंखला भारतीय बल्लेबाजों के लिए आपदा साबित हो रही है। पहले मैच में केवल कोहली ने उल्लेखनीय योगदान दिया। दूसरे मैच में भी उनके अलावा कोई और बल्लेबाज़ नहीं चल सका। भारत के शीर्ष क्रम के लचर प्रदर्शन का ख़मियाज़ा पूरी टीम को भुगतना पड़ रहा है। मुरली विजय, केएल राहुल, चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे ने दोनों टेस्ट मैचों में अपेक्षा अनुरूप प्रदर्शन नहीं किया है। यह भारतीयों के लिए चिंता का कारण है। इसके अलावा आपको यह जान कर हैरानी होगी कि मोहम्मद शमी ने शीर्ष 3 खिलाड़ियों से अधिक रन बनाए हैं। दूसरे टेस्ट में जो रूट ने टॉस जीता और भारतीयों से पहले बल्लेबाजी करने को कहा। मेहमान टीम के पहली पारी में 24.2 ओवर में सिर्फ 62 रन पर ही 6 विकेट गिर गए थे। आखिरकार इंग्लिश गेंदबाज़ों ने उन्हें 107 रनों पर आउट कर दिया और इंग्लैंड ने मैच में पूरी पकड़ बना ली, जिससे दूसरे टेस्ट में भी टीम इंडिया जीत का स्वाद नहीं चख पाई। भारतीय बल्लेबाज़ों के लचर प्रदर्शन को देखते हुए टीम इंडिया को मौजूदा टीम में बदलाव करने की ज़रूरत है। ऐसे में आइये उन 4 खिलाड़ियों पर एक नज़र डालें जिन्हें तीसरे टेस्ट के लिए ड्राप किया जा सकता है: मुरली विजय भारत के सलामी बल्लेबाज़ मुरली विजय से टीम को इस टेस्ट सीरीज़ में बड़ी भूमिका निभाने की उम्मीद थी, लेकिन सलामी बल्लेबाज ने अपने खराब प्रदर्शन के साथ सभी को निराश कर दिया। विजय ने अपनी चार पारियों में केवल 26 रन बनाए हैं और घूमती गेंद के खिलाफ उन्होंने संघर्ष किया है। दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने विदेशी परिस्थितियों में निराशाजनक प्रदर्शन किया है और उनका कुल औसत 40 से नीचे गिर गया है, जो एक शुरुआती बल्लेबाज के लिए शर्मनाक बात है। विजय इस टेस्ट सीरीज़ में दो बार जीरो पर आउट हो चुके हैं और अपने दो टेस्ट की चार पारियों में उन्होंने बहुत ही निराशाजनक प्रदर्शन किया है। ऐसे में तीसरे टेस्ट में उनको टीम में शामिल किये जाने का कोई औचित्य नज़र नहीं आता। उनकी जगह पर शिखर धवन को टीम में जगह दी सकती है।कुलदीप यादव भारतीय टीम को चाइना-मैन कुलदीप यादव से इंग्लैंड के बल्लेबाजों को टी -20 और वनडे श्रृंखला की तरह टेस्ट में भी नेस्तनाबूद करने की उम्मीद थी। लेकिन, दुर्भाग्य से टीम इंडिया के चाइनामैन लॉर्ड्स में इंग्लैंड आगे संघर्ष करते दिखे। उमेश यादव के स्थान पर चुने गए कुलदीप का इस्तेमाल विराट कोहली ने केवल 9 ओवरों में किया था। चूँकि इंग्लिश बल्लेबाज़ उनकी गेंदबाज़ी को समझ चुके हैं और इसके अलावा इंग्लैंड में पिचें भी तेज़ गेंदबाज़ों के अनुकूल होती हैं, इन सब बातों को देखते हुए कुलदीप यादव को तीसरे टेस्ट में टीम में शामिल किये जाने का कोई औचित्य नज़र नहीं आता।हार्दिक पांड्या टीम में रविंद्र जडेजा की जगह हार्दिक पांड्या का चयन किया गया क्योंकि वह कोहली को अतिरिक्त तेज गेंदबाजी विकल्प प्रदान करते हैं। हालांकि, अब तक पांड्या टेस्ट सीरीज़ में प्रभावशाली नहीं रहा है। वह पहले टेस्ट में विकेट रहित रहे, हालांकि उन्होंने दूसरे टेस्ट में तीन विकेट लिए लेकिन यह प्रदर्शन उन्हें टीम में बनाए रखने के लिए काफी नहीं होगा। इसके अलावा, श्रृंखला में उनकी खराब बल्लेबाजी भी चिंता का विषय है। अभी तक दो टेस्ट में खेलने वाले हार्दिक पांड्या की बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ी दोनों में अनुभवहीनता साफ़ देखने को मिली है। ऐसे में तीसरे टेस्ट के लिए उनको टीम में बनाए रखना सही नहीं कहा जा सकता। पांड्या के स्थान पर अपने टेस्ट करियर में तीहरा शतक लगा चुके करुण नायर को टीम में शामिल किया जा सकता है। वह भारतीय मध्य क्रम को मजबूती प्रदान कर सकते हैं, जो इस समय कमज़ोर नज़र आ रहा है।दिनेश कार्तिक रणजी ट्रॉफी और आईपीएल में शानदार प्रदर्शन करने के बाद दिनेश कार्तिक की राष्ट्रीय टीम में वापसी हुई थी। लेकिन अभी तक वह इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला में बुरी तरह विफल रहे हैं। तमिलनाडु के बल्लेबाज ने अपनी चार पारियों में केवल 21 रन बनाए हैं और दो बार जीरो पर आउट हुए हैं। इसके अलावा उनकी विकेट-कीपिंग भी कुछ खास नहीं रही है। ऐसे में भारत की टेस्ट टीम में ऋषभ पंत को शामिल करने का समय आ गया है। पंत भारत के लिए दो महीने के लिए इंग्लैंड में रहे हैं। उन्होंने वनडे श्रृंखला के चार एकदिवसीय मैचों में भारत ए की तरफ से शानदार प्रदर्शन किया है। पंत अपनी आक्रमक बल्लेबाज़ी शैली के लिए जाने जाते हैं और उनकी प्रतिभा और क्षमता की इस समय टीम इंडिया को बहुत ज़रूरत है। लेखक: सुजीत मोहन अनुवादक: आशीष कुमार