2. इंग्लैंड के घरेलू वनडे टूर्नामेंट में भाग लेना
साल 2007 के विश्व कप में भारतीय क्रिकेट टीम को शुरुआती स्टेज में ही बाहर होना पड़ा था। टीम को बांग्लादेश जैसी कमजोर टीम से भी हार का सामना करना पड़ा था। अब भारतीय क्रिकेट टीम फिलहाल काफी युवा खिलाड़ी हैं। ज्यादातर खिलाड़ियों के पास अलग-अलग देशों की पिचों पर खेलने के अनुभव की कमी है। ऐसे में विश्व कप 2019 में भारत मौजूदा युवा खिलाड़ियों के साथ ही मैदान पर उतरेगा। ऐसे में इस बात का पहले ही ध्यान रखना चाहिए कि इस बार विश्व कप इंग्लैंड में हैं और वहां की पिचों पर खेलने का युवा खिलाड़ियों को ज्यादा अनुभव प्राप्त नहीं है। खिलाडियों को इंग्लैंड की पिच भी परेशानी में डाल सकती है। अगर साल 2007 का इतिहास साल 2019 में नहीं दोहराना है तो बीसीसीआई को टीम के कुछ स्पिनर जैसे युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव के अलावा कुछ बल्लेबाजों जैसे केदार जाधव, मनीष पांडे और केएल राहुल को इंग्लैंड के घरेलू टूर्नामेंटों में भाग लेने के लिए भेजना चाहिए।