कामरान खान
अगर आईपीएल में छोटे शहरों से आने वाले खिलाड़ियों की बात हो तो उसमें कामरान खान का नाम सबसे आगे आता है। उत्तर प्रदेश के एक छोटे से गांव में जन्मे कामरान खान के पिता लकड़ी काटने का काम करते थे। कामरान खान का बचपन गरीबी में गुजरा। उनके पास गेंदबाजी ट्रॉयल पर जाने के लिए ढंग के कपड़े भी नहीं होते थे।
कामरान खान को महज 18 साल की उम्र में 2009 की आईपीएल नीलामी में 12 लाख रुपए में राजस्थान रॉयल्स ने खरीदा था। अपने अजीबोगरीब एक्शन और लगातार 140 से ज्यादा की स्पीड से बॉलिंग करने की क्षमता के कारण उन्हें 'टोरनेडो' निकनेम दिया गया। राजस्थान रॉयल्स के दिवंगत कप्तान शेन वॉर्न ने उन्हें भारतीय क्रिकेट का अगला बड़ा सितारा कहा। शेन वॉर्न उनसे इतने ज्यादा प्रभावित थे कि उन्होंने एक मैच में कोलकाता नाइटराइडर्स के खिलाफ सुपर ओवर करने की जिम्मेदारी सौंपी थी। कामरान ने अपने कप्तान को निराश नहीं किया और सुपर ओवर में क्रिस गेल का विकेट चटकाते हुए राजस्थान रॉयल्स को शानदार जीत दिलाई।
हालांकि इतने शानदार आगाज के बाद जल्द ही उनका गेंदबाजी एक्शन शक के दायरे में आ गया। आगामी सीजन में उनका प्रदर्शन गिरता चला गया। इसके बाद यहां तक ये भी रिपोर्ट आई कि वो क्रिकेट छोड़ने वाले हैं। कामरान खान जिस तेजी से आगे बढ़े, वैसा प्रदर्शन वो आगे के दिनों में नहीं कर पाए। लेकिन इस बात में कोई शक नहीं कि वो आईपीएल के हीरो थे, जिन्हें अब भुला दिया गया है।