टेस्ट इतिहास के 4 महानतम कप्तान जो भारतीय सरज़मीं पर टेस्ट सीरीज़ जीतने में रहे नाकाम

#2 स्टीव वॉ

क्रिकेट की दुनिया में अगर महान कप्तानों के बारे में बात की जाए तो उनमें स्टीव वॉ का नाम जरूर आएगा। स्टीव वॉ की कप्तानी काबिल-ए-तारीफ थी। अपनी सूझबूझ से भरी कप्तानी के दम पर स्टीव वॉ ने कई मैचों का रुख ही पलटकर रख दिया। वहीं स्टीव वॉ ऑस्ट्रेलिया के सफल कप्तानों में गिने जाते हैं जिन्होंने टीम के लिए काफी योगदान दिया है। भारत के खिलाफ भारत में स्टीव वॉ की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया ने सिर्फ एक टेस्ट सीरीज खेली है। साल 2000/01 में खेली गई इस सीरीज में दोनों टीमों के बीच तीन टेस्ट मैच खेले गए। स्टीव वॉ की कप्तानी में ये तीनों टेस्ट मैच काफी शानदार थे। लेकिन भारतीय सरज़मीं पर स्टीव वॉ की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज जीतने में नाकाम रही। स्टीव वॉ ऑस्ट्रेलिया के ऐसे आत्मविश्वास से भरे कप्तान थे, जिनकी कप्तानी में कंगारूओं ने लगातार 16 टेस्ट जीत में से 15 में जीत हासिल की थी। यह अभी भी विश्व क्रिकेट में एक महत्वपूर्ण रिकॉर्ड है। हालांकि भारत में भारत को टेस्ट सीरीज में हराने का स्टीव वॉ का सपना एक सपना बनकर ही रह गया। साल 2000/01 में ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच खेली गई बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी काफी रोमांचक सीरीज के तौर पर जानी जाती है। इस सीरीज में दोनों टीमों में हार और जीत का काफी नजदीकी मामला रहा। स्टीव वॉ की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया ने इस सीरीज का पहला टेस्ट मैच मुंबई में 10 विकेट से जीत लिया था। हालांकि इसके बाद भारत ने कोलकाता में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में जबरदस्त तरीके से वापसी की। इस मुकाबले में फॉलो ऑन का सामना कर रही टीम इंडिया की ओर से चौथे दिन राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण ने मिलकर शानदार बल्लेबाजी दिखाई और स्टीव वॉ को परेशानी में लाकर खड़ा कर दिया। दूसरे मुकाबले में भारत ने 171 रनों से जीत दर्ज की और सीरीज को 1-1 की बराबरी पर ला खड़ा किया। तीसरा और आखिरी टेस्ट मैच दोनों देशों के बीच निर्णायक टेस्ट मैच रहा। चैन्नई में खेले गए इस मुकाबले में भारत ने जोरदार तरीके से दो विकेट से मैच में जीत हासिल की। इसके साथ सीरीज को भी 2-1 से भारतीय टीम ने अपने नाम कर लिया।