टेस्ट क्रिकेट को गेंदबाजों का खेल कहा जाता है क्योंकि इसे जीतने के लिए आपको निश्चित ही विरोधी टीम के 20 विकेट झटकने ही होंगे। गेंदबाजों का यहां बहुत महत्व होता है, न सिर्फ वे विकेट लेते हैं बल्कि अंत में आकर उनके द्वारा बनाए गए कुछ रन भी हमेशा ही टीम के लिए एक बोनस साबित होते हैं। हमने अक्सर ही देखा है की अंत के पुछल्ले बल्लेबाजों ने कई मौकों पर टीम को संकट भरी स्थिति से बाहर निकाला है। हाल ही में भारत (Indian Cricket Team) और इंग्लैंड के खिलाफ हुयी टेस्ट सीरीज (ENG vs IND) में भारतीय निचले क्रम के बल्लेबाजों ने अपनी टीम के लिए अहम रन बनाये।
टेस्ट में निचले क्रम में बल्लेबाजी करने उतरे कई खिलाड़ियों के नाम शतक भी शामिल है, जिसमें डेनियल विटोरी ,जयंत यादव , शॉन पोलॉक, स्टुअर्ट ब्रॉड और अनिल कुंबले जैसे बड़े नाम भी शामिल हैं। आज हम बात करेंगे भारतीय टीम के चार ऐसे बल्लेबाजों के बारे में जिन्होंने नंबर 8 या उससे नीचे बल्लेबाजी करते हुए एक टेस्ट मैच की दोनों पारियों में 50 से अधिक का स्कोर बनाया है।
4 भारतीय बल्लेबाज जिन्होंने नंबर 8 या उससे नीचे बल्लेबाजी करते हुए एक ही टेस्ट मैच में दो बार 50+ का स्कोर बनाया
#1 हरभजन सिंह बनाम न्यूजीलैंड , अहमदाबाद (2010)
न्यूजीलैंड के विरुद्ध 2010 में हुई इस टेस्ट सीरीज के पहले मुकाबले में भारत ने पहली पारी में 487 रनों का बड़ा स्कोर खड़ा किया, जहां हरभजन सिंह ने शानदार 69 रनों की पारी खेली। जब भारतीय टीम दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने उतरी तब उसका स्कोर एक समय पर 65 रन पर छह विकेट का हो गया था और यह मैच भारत के हाथ से निकलता नजर आ रहा था। यहां पर बल्लेबाजी करने आए हरभजन सिंह ने अपने टेस्ट करियर का पहला शतक जड़ते हुए शानदार 11 चौकों और तीन छक्कों से सजी 115 रनों की बेहतरीन पारी खेली और उनकी इस पारी की मदद से मैच ड्रॉ हो गया था।
#2 भुवनेश्वर कुमार बनाम इंग्लैंड, नॉटिंघम (2014)
2014 का यह इंग्लैंड दौरा वैसे तो विराट कोहली की खराब फॉर्म के कारण याद किया जाता है मगर इस श्रृंखला के पहले मुकाबले में भुवनेश्वर कुमार ने कुछ ऐसी पारियां खेली जिनके लिए उन्हें हमेशा याद रखा जाएगा।। भुवनेश्वर कुमार ने पहली पारी में आखिरी विकेट के लिए मोहम्मद शमी के साथ शानदार 111 रनों की रिकॉर्ड साझेदारी की जिसमें उनका निजी स्कोर 58 रनों का था।
दूसरी पारी में फिर से भुवनेश्वर कुमार ने स्टुअर्ट बिन्नी के साथ आठवें विकेट के लिए 91 रनों की बेहतरीन साझेदारी की और इस बार उन्होंने नाबाद रहते हुए शानदार 63 रन बनाए और भारत की के लिए मैच बचाया था।
#3 ऋद्धिमान साहा बनाम न्यूजीलैंड, कोलकाता (2016)
2016 में न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज के दूसरे मुकाबले में भारतीय टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया और टीम चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे के अर्धशतकों बदौलत एक सम्मानजनक स्कोर की ओर बढ़ रही थी। यहां पर नंबर 8 पर बल्लेबाजी करने आए ऋद्धिमान साहा ने नाबाद रहते हुए 54 रनों की पारी खेली और टीम को 316 रनों तक ले गए।
दूसरी पारी में फिर से जब भारत 106 रनों पर छह विकेट के नुकसान में मुश्किल परिस्थितियों में था तब फिर से ऋद्धिमान साहा टीम की उम्मीदों पर खरे उतरे और एक बार फिर से नाबाद रहते हुए अर्धशतक बनाते हुए 58* रनों की पारी खेली और भारत को इस मुकाबले में जीत दिलाने में सबसे अहम योगदान दिया।
#4 शार्दुल ठाकुर बनाम इंग्लैंड, द ओवल (2021)
शार्दुल ठाकुर ने हाल ही में चल रही भारत और इंग्लैंड की श्रृंखला के चौथे टेस्ट मैच में कुछ ऐसा कर दिखाया जिसकी किसी ने उम्मीद नहीं की थी। इंग्लैंड ने इस मुकाबले में टॉस जीतकर भारत को पहले बल्लेबाजी करने का आमंत्रण दिया और शुरू से मैच पर अपनी पकड़ बनाए रखी। पहली पारी में जब शार्दुल ठाकुर बल्लेबाजी करने उतरे तब भारत का स्कोर 117 रनों पर 6 विकेट था और टीम संकट में नजर आ रही थी मगर यहां से शार्दुल ठाकुर ने 36 गेंदों में चार चौके और तीन छक्कों की मदद से धुआंधार 57 रनों की पारी खेली और टीम के स्कोर को 191 रनों तक ले गए।
यही नहीं, दूसरी पारी में भी शार्दुल ने अपने इसी जलवे को कायम रखा और फिर से 60 रनों की एक बेहतरीन अर्धशतकीय पारी खेलकर दोनों पारियों में अर्धशतक लगाने में कामयाब रहे। शार्दुल की शानदार बल्लेबाजी की भारत ने इंग्लैंड के सामने एक बड़ा लक्ष्य रखा और उसके दवाब इंग्लैंड की टीम बिखर गयी तथा भारत ने यह मैच आसानी से जीत लिया।