इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के बुखार ने देश को घेर लिया है, ढाई महीने का यह त्यौहार साल का सबसे बड़ा क्रिकेट कार्यक्रम है लेकिन इस दीवानगी के बीच अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने 2019 विश्वकप के लिए कार्यक्रम की घोषणा की है जो इंग्लैंड में आयोजित होने वाला है। विश्व कप की शुरुआत 30 मई को मेजबान देश इंग्लैंड के ओवल से होगी। जहां भारतीय टीम साउथेम्प्टन में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 5 जून को अपने अभियान की शुरूआत करेगी। हर टीम को विश्व कप के लिए स्थिर पक्ष बनाने के लिए चार साल लगते हैं। इस समय के दौरान हर तरफ बहुत सारे बदलाव और परिवर्तन देखने को मिलते हैं। कुछ भारतीय खिलाड़ियों को 2019 विश्व कप के लिए टीम से बाहर रखा जाएगा और वहीं कुछ आश्चर्यजनक रूप से टीम में शामिल होंगे। आइए उन चार खिलाड़ियों पर नज़र डालते हैं जो आश्चर्यजनक रूप से 2019 विश्वकप में मौका पा सकते हैं।
#4 रविचन्द्रन अश्विन
भारत के प्रमुख टेस्ट स्पिनर रविचंद्रन अश्विन 2017 चैंपियंस ट्रॉफी के बाद से दरकिनार हैं। अश्विन अपने समकक्ष रविंद्र जडेजा के साथ पिछले साल चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल तक सीमित ओवरों में भारतीय टीम के अभिन्न सदस्य थे। दोनों ने खुद को अगली सीरीज़ के लिए टीम से बाहर पाया क्योंकि दो नये स्पिनरों को टीम की तरफ से बुलाया गया था। तब से युजवेन्द्र चहल और कुलदीप यादव ने कठिन और मुश्किल परिस्थितियों में गेंद के साथ जादू का बिखेरा है। बल्लेबाज दोनों को पढ़ने में नाकाम रहे हैं और इस स्पिनर जोड़ी ने विपक्ष के लिए बहुत सारी परेशानी पैदा की है। वहीं अश्विन चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में बेरंग दिखे जहां उन्होंने बल्लेबाज को किसी भी स्पिन के बिना तेज रफ्तार से गेंदबाजी की। कुछ खराब महीनों के बाद ऑफ स्पिनर ने कुछ नया करने का फैसला किया। अश्विन ने अपनी हथियार में लेग स्पिन को जोड़ा। इस आईपीएल में किंग्स इलेवन पंजाब के कप्तान दोनों तरीके से गेंदबाजी कर रहे हैं जिसमें ऑफ-स्पिन तो शामिल है साथ ही साथ वो कलाईयों का उपयोग करके गेंद को अच्छे से स्पिन करा रहे है। साथ ही इस स्पिनर के खजाने में कैरम बॉल और फ्लीपर जैसे हथियार भी शामिल हैं। इस ऑलराउंडर ने भी अपनी बल्लेबाजी पर काम किया है और भारतीय टीम में वापसी के लिए एक मजबूत दावेदार है।
#3 ऋषभ पंत
ऋषभ पंत लंबे समय से भारतीय चयनकर्ताओं के रडार पर रहे हैं। दिल्ली के खिलाड़ी को भारत के सबसे सफल विकेटकीपर एमएस धोनी का उत्तराधिकारी माना जाता है। ऋषभ ने अपने छोटे घरेलू करियर में कुछ बेहतरीन पारियां खेली हैं। पिछले रणजी ट्रॉफी सत्र में पंत ने 48 गेंदों पर घरेलू क्रिकेट का सबसे तेज शतक लगाया था। रणजी ट्रॉफी की सफलता से पहले उन्होंने अंडर- 19 विश्वकप में सबसे तेज अर्धशतक जमाया था। 2017-18 सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में इस खिलाड़ी ने टी -20 घरेलू क्रिकेट में सिर्फ 32 गेंदों का सबसे तेज शतक बनाया। पंत तेज और आक्रामक पारियां खेलने के लिए प्रसिद्ध है। वह क्षणों में खेल को विपक्ष से दूर ले जा सकता है। इस नौजवान विकेटकीपर बल्लेबाज को विश्वकप 2019 के लिए टीम में बैकअप विकेटकीपर के रूप में रखा जा सकता है।
#2 क्रुणाल पांड्या
मुंबई इंडियंस की हालिया सीजन में क्रुनाल पांड्या आईपीएल फ्रेंचाइजी के लिए बहुमूल्य साबित हुए हैं। वह आईपीएल के आखिरी कुछ संस्करणों में बल्ले और गेंद दोनों के साथ बेहतरीन रहे हैं। पांड्या भाइयों ने मुंबई इंडियंस के लिए बहुत सफलता हासिल की है, हार्दिक पांड्या को उनकी क्षमताओं के कारण राष्ट्रीय टीम से बुलावा मिल चुका है जबकि क्रुनाल को अभी भी भारतीय टीम की तरफ से बुलावे का इंतजार है। क्रुनाल एक स्वभाविक बल्लेबाज है जो मध्य क्रम और निचले क्रम दोनों में बल्लेबाजी कर सकता है। वह परिस्थिति के अनुसार बल्लेबाजी कर सकता है और भारतीय टीम के लिए एक मैच विजेता साबित हो सकता हैं। उनके गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण के कारनामे उन्हें एक विशेष खिलाड़ी बनाते हैं और साथ ही खेल को समझने की उनकी क्षमता बहुत ही अद्भभुत है। मुंबई इंडियंस के इस खिलाड़ी ने अब तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेला है लेकिन वह जल्द ही अपने हालिया प्रदर्शन के आधार पर राष्ट्रीय टीम से बुलावा पा सकते हैं।
#1 अंबाती रायुडू
अंबाती रायुडू के आखिरी पांच अंतरराष्ट्रीय स्कोर 44*, 124*, 41*, 62* और 41* रहे हैं और इस आईपीएल में रायडू का शानदार फॉर्म देखने को मिल रहा है। चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान एमएस धोनी के साथ वह बेहतरीन साझेदारियां करके आईपीएल के टॉप स्कोरर हैं। हैदराबाद के इस लड़के ने इस साल आईपीएल में अब तक खेली 10 पारियों में 423 रन बनाए हैं। भारतीय चयनकर्ता रायडू को इंग्लैंड दौरे के लिए टीम में वापस लाने में रुचि रखते हैं और यह चमकता हुआ बल्लेबाज एक बार फिर से ब्लू जर्सी पहनने का इच्छुक होगा। उन्होंने आखिरी बार 2016 में जिम्बाब्वे के खिलाफ भारत के लिए खेला था। ओडीआई में उनका औसत 50.23 रहा है जोकि काफी शानदार है। इसलिए इंग्लैंड दौरे के लिए 32 वर्षीय बल्लेबाज को जल्द हरी झंडी मिल सकती है। साथ ही वह आईसीसी विश्व कप 2019 में नंबर चार पर बल्लेबाजी करके भारत के मध्य क्रम की दिक्कतों को हल कर सकते हैं। लेखक- शिव धवन अनुवादक- सौम्या तिवारी