# 1 रवि शास्त्री
भारतीय क्रिकेट टीम के मौजूदा प्रमुख कोच ने भी एक बार भारत का नेतृत्व किया था , वह एक याद रखने वाला मैच बन गया क्योंकि मेजबानो ने 1988 में चेन्नई में वेस्टइंडीज को 255 रनों से हरा दिया था। भारत की ओर से अपना पहला ही मैच खेल रहे लेग स्पिनर नरेंद्र हिरवाणी ने क्रमशः दो पारियों में 61 रन देकर 8 और 75 रन देकर 8 विकेट लेते हुए विपक्षी टीम को खड़े भी होने नही दिया और अपनी टीम को जीत दिलायी। आज तक 136 रनों पर 16 विकेट लेने के उनके आंकड़े किसी भी गेंदबाज़ के पहले टेस्ट मैच में सर्वश्रेष्ठ आंकड़े हैं। इसके बाद रवि शास्त्री को लंबे समय तक रणजी ट्रॉफी में मुंबई का नेतृत्व करने का मौका तो मिला था, लेकिन उन्हें टेस्ट मैच क्रिकेट में दोबारा भारतीय टीम का नेतृत्व करने का मौका नहीं मिला। लेखक: शंकर नारायण अनुवादक: राहुल पांडे