भारतीय प्रशंसकों की नजर हमेशा अंडर-19 वर्ल्ड कप में अच्छा खेलने वाले खिलाड़ियों पर रहती है। अंडर-19 में अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को जल्द ही भारतीय टीम में जगह मिलती है। भारत ने 4 बार अंडर-19 विश्व कप जीता है।
17 जनवरी से अंडर-19 वर्ल्ड कप 2020 की शुरुआत होगी और इस साल भारत प्रतियोगिता जीतने का प्रबल दावेदार है।
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अंडर-19 वर्ल्ड कप में कई खिलाड़ियों ने अपने प्रदर्शन से प्रशंसकों का दिल जीता है लेकिन केवल 4 भारतीय खिलाड़ी ऐसे है जिन्होंने 'मैन ऑफ द टूर्नामेंट' का पुरस्कार जीता है। इसलिए हम बात करने वाले हैं उन भारतीय खिलाड़ियों के बारे में जो अंडर-19 वर्ल्ड कप में 'मैन ऑफ द टूर्नामेंट' बन चुके हैं।
#4 चेतेश्वर पुजारा (2006)
चेतेश्वर पुजारा ने 2006 के अंडर-19 वर्ल्ड कप में बहुत अच्छी बल्लेबाजी की थी। उन्होंने भारत के लिए 6 मैचों में 116.33 की बेहतरीन औसत से 349 रन बनाए। उन्हें 'मैन ऑफ द टूर्नामेंट' बनाया गया था।
इसके बाद चेतेश्वर पुजारा क्रिकेट के लंबे प्रारूप के अच्छे बल्लेबाज बन गए। उन्होंने घरेलू स्तर पर शानदार प्रदर्शन कर भारतीय टेस्ट टीम में जगह बना ली और टीम के नियमित सदस्य बन गए।
#3 शुभमन गिल (2018)
अंडर-19 वर्ल्ड कप 2018 में शुभमन गिल सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में दूसरे स्थान पर थे। इस युवा बल्लेबाज ने प्रतियोगिता में खेले 6 मैचों में 372 रन बनाए थे। उनका बल्लेबाजी औसत 124 का था और स्ट्राइक रेट 112 का रहा था।
भारतीय अंडर-19 टीम ने चौथी बार विश्व कप अपने नाम किया था और गिल को 'मैन ऑफ द टूर्नामेंट' के पुरस्कार से नवाजा गया। गिल अब घरेलू स्तर पर शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं ।
#2 युवराज सिंह (2000)
युवराज सिंह ने 2000 में अंडर-19 वर्ल्ड कप खेला था। युवी ने उस वर्ल्ड कप में बल्ले और गेंद दोनों के साथ अहम योगदान दिया था जिसकी वजह से उन्हें 'मैन ऑफ द टूर्नामेंट' का पुरस्कार दिया गया।
युवराज ने 8 मुकाबलों में 33.8 की औसत से 203 रन बनाए। उन्होंने मुश्किल परिस्थितियों में भारत के लिए रन बनाए थे। युवी ने गेंद के साथ 11.50 की बेहतरीन औसत से 12 विकेट लिए। उनका गेंदबाजी में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 15 रन देकर 4 विकेट था।
#1 शिखर धवन (2004)
शिखर धवन अंडर-19 वर्ल्ड कप 2004 में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज थे। उन्होंने 7 पारियों में 505 रन बनाए थे, जिसमें उनका औसत 80 से भी ज्यादा था। उन्हें इस बेहतरीन प्रदर्शन के लिए 'मैन ऑफ द टूर्नामेंट' का पुरस्कार दिया गया था।
धवन के बेहतरीन प्रदर्शन के बाद भी उन्हें भारत के लिए खेलने का मौका नहीं मिला। उन्हें अपने पदार्पण के लिए बहुत लंबे समय तक इंतज़ार करना पड़ा था। उनके साथ अंडर-19 वर्ल्ड कप खेल चुके सुरेश रैना, दिनेश कार्तिक, रॉबिन उथप्पा को भारत के लिए पहले खेलने का मौका मिल गया था।