दिल्ली के दुबले और लंबे तेज गेंदबाज इशांत शर्मा ने भारत के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर खेले गये पर्थ टेस्ट में रिकी पोंटिंग के सामने जादुई स्पेल डालकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने आगमन की घोषणा की, जो भारत के उस दौरे पर निर्णायक साबित हुई। गेंद को हवा में स्विंग कराने की क्षमता के साथ 1.93 मीटर लंबे तेज गेंदबाज ने खेल के लंबे प्रारूपों में सबसे अच्छे गेंदबाजों में से एक होने का दावा करता है। हालांकि चोटों को लेने की उनकी प्रवृत्ति ने उन्हें खेल के छोटे प्रारूपों से अलग कर दिया है जो वनडे में ईशांत के औसत ट्रैक रिकॉर्ड का कारण रहा है। उनकी लंबाई और गेंद को अतिरिक्त बाउंस प्रदान करने की उनकी क्षमता को ध्यान में रखते हुए चयनकर्ताओं ने उन्हें 2015 विश्व कप के लिए टीम में चुना। हालांकि इशांत को ज्वाइंट इंजरी से उबरने में समय लगा और उसे मेगा इवेंट से बाहर कर दिया गया। लेखक- अनुवादक- सौम्या तिवारी