दुनिया भर की मजबूत टीमें अपनी बेंच स्ट्रेंथ को परखने के लिए छोटी टीमों के खिलाफ सीरीज खेलती हैं। इसी प्रकार भारतीय टीम ने भी इस साल के जिम्बाब्वे दौरे (IND vs ZIM) में कई बड़े खिलाड़ियों को आराम देकर युवा खिलाड़ियों को तीन वनडे मैचों की सीरीज खेलने के लिए भेजा। कई ऐसे भारतीय खिलाड़ी रहे हैं जो ज़िम्बाब्वे में डेब्यू करने के बाद आगे चलकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में बहुत कामयाब हुए, जिनमें इस दौरे के कार्यवाहक कप्तान केएल राहुल भी शामिल हैं।
केएल राहुल ने 2016 में जिम्बाब्वे के खिलाफ वनडे डेब्यू करते हुए शानदार शतक लगाया था जिसके बाद आगे चलकर उन्होंने भारतीय टीम में अपनी नियमित रूप से जगह बनाई।
भारतीय टीम में कुछ ऐसे खिलाड़ी भी रहे हैं जिन्हें जिम्बाब्वे में जिस भी प्रारूप में डेब्यू करने का अवसर प्राप्त हुआ, उन्हें उस प्रारूप में दोबारा अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने का मौका नहीं मिला। इस आर्टिकल में हम ऐसे ही 4 भारतीय खिलाड़ियों का जिक्र करने जा रहे हैं।
आइये नजर डालते हैं उन 4 भारतीय खिलाड़ियों पर जिन्हें ज़िम्बाब्वे में डेब्यू करने के बाद उस फॉर्मेट में दोबारा मौका नहीं मिला
#1 फैज फजल
महाराष्ट्र में जन्मे बाएं हाथ के बल्लेबाज फैज फजल ने जिम्बाब्वे के खिलाफ 2016 में अपना पहला और अभी तक का अपना एकमात्र अंतरराष्ट्रीय मैच खेला था। तीन वनडे मैचों की श्रृंखला के आखिरी वनडे मैच में डेब्यू करते हुए फैज ने 61 गेंदों पर नाबाद 55 रन बनाए। इस मैच के बाद वह वनडे टीम के साथ-साथ अन्य किसी भी फॉर्मेट में नहीं चुने गए।
#2 मनदीप सिंह
पंजाब के लिए घरेलू क्रिकेट खेलने वाले मनदीप सिंह ने भी 2016 के जिम्बाब्वे दौरे की टी20 श्रंखला में अपना डेब्यू किया था। उस श्रृंखला के सभी तीनों मैच मनदीप सिंह ने खेले थे जिसमें उन्होंने 43.50 की औसत से 87 रन बनाए और एक नाबाद अर्धशतक भी जड़ा था।
ठीक-ठाक प्रदर्शन करने के बावजूद मनदीप दोबारा कभी भारत के लिए टी20 या अन्य कोई फॉर्मेट खेलते नहीं नजर आये।
#3 पंकज सिंह
राजस्थान के दाएं हाथ के तेज गेंदबाज पंकज सिंह ने भारत के लिए कुल तीन मैच खेले हैं। इस दौरान उन्होंने दो टेस्ट और एक वनडे मैच खेला है। उन्होंने अपना एकमात्र वनडे मैच 2010 की ज़िम्बाब्वे दौरे की ट्राई सीरीज में श्रीलंका के खिलाफ हरारे में डेब्यू करते हुए खेला था, जहां उन्हें एक भी विकेट हासिल नहीं हुआ था। इसके बाद उन्हें कभी भी वनडे में खेलने का मौका नहीं मिला।
#4 नमन ओझा
भारतीय घरेलू क्रिकेट के सबसे प्रतिभाशाली विकेटकीपर बल्लेबाजों में से एक नमन ओझा ने भी 2010 में ज़िम्बाब्वे दौरे पर अपना वनडे और टी20 डेब्यू किया था। त्रिकोणीय सीरीज में श्रीलंका के खिलाफ अपने एकमात्र वनडे मैच में उन्होंने 1 रन बनाया था। इसके बाद उन्हें दोबारा कभी भी भारत के लिए वनडे में खेलने का मौका नहीं मिला।