आईसीसी पुरस्कारों की शुरुआत साल 2004 में हुई थी। उसी साल से आईसीसी टेस्ट क्रिकेट के क्षेत्र में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को आईसीसी अवार्ड से नवाजा करती है। 2004 में इसकी स्थापना के बाद से अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में आईसीसी पुरस्कार सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार समारोह रहे हैं। आईसीसी चयन समिति प्रत्येक श्रेणी के लिए अंतिम व्यक्तियों को नामांकित करती है। इसके बाद अंतिम विजेता को पूर्व अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेटर, अंपायर और रेफरी के बने एक विशेष समूह के वोटों के जरिए तय किया जाता है। 2004 से लेकर अब तक 11 भारतीय खिलाड़ी इस पुस्कार को जीत चुके हैं। इनमें से कुछ खिलाड़ी तो ऐसे भी हैं जिन्होंने एक से ज्यादा बार इस पुरस्कार को हासिल किया है। हालांकि कई ऐसे भी भारतीय खिलाड़ी मौजूद हैं जिनको आईसीसी अवार्ड मिल तो चुका है लेकिन ज्यादा लोगों को इसके बारे में जानकारी नहीं है। आइए यहां जानते हैं ऐसे ही चार भारतीय खिलाड़ियों के बारे में।
#4 इरफ़ान पठान
इरफान पठान ने साल 2003 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना डेब्यू किया था। इरफान पठान एक वक्त में भारतीय टीम के शानदार तेज गेंदबाजों में से एक माने जाते थे। इरफान पठान की तेज रफ्तार से डाली गई स्विंग गेंद किसी भी बल्लेबाज के लिए खेलनी मुश्किल होती थी। अपनी शानदार गेंदबाजी के दम पर इरफान पठान विराधी खेमे में खलबली मचा देते थे। वहीं इरफान पठान ने क्रिकेट में कई अवार्ड हासिल किए हैं। इन्हीं अवार्ड में आईसीसी के जरिए दिया गया उभरते हुए शानदार प्लेयर का अवार्ड भी शामिल हैं। इरफान पठान को साल 2004 में इस अवार्ड से सम्मानित किया गया था। खास बात यह रही कि साल 2004 में ही आईसीसी ने इन अवार्ड की शुरुआत की थी और पहले आईसीसी अवार्ड में ही इरफान पठान एक अवार्ड अपने नाम करने में कामयाब रहे थे। इस दौरान उन्होंने 38 की औसत के साथ 16 टेस्ट विकेट और 23.19 की औसत के साथ 36 वनडे विकेट हासिल किए थे। इस दौरान उनका बेस्ट फीगर 4-24 था, जो कि उन्होंने जिम्बाब्वे के खिलाफ बनाया था। इसके बाद कुछ सालों तक उनका प्रदर्शन शानदार रहा लेकिन बाद में उनके प्रदर्शन में लगातार गिरावट दर्ज की गई।
#3 चेतेश्वर पुजारा
भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी चेतेश्वर पुजारा को भी आईसीसी अवार्ड मिल चुका है। राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण के संन्यास लेने के बाद चेतेश्वर पुजारा से टीम को काफी उम्मीदें बढ़ चुकी थीं। हालांकि चेतेश्वर पुजारा इन उम्मीदों पर पूरी तरह से खरा उतरे थे। राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण के जाने के बाद टेस्ट क्रिकेट में चेतेश्वर पुजारा टीम के लिए हर मैच में मजबूती से खड़े रहते थे। टेस्ट क्रिकेट में उनकी शानदार बल्लेबाजी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि चेतेश्वर पुजारा ने साल 2012 और 2013 में 75 की औसत से बल्लेबाजी करते हुए 2500 रन स्कोर किए। उस वक्त चेतेश्वर पुजारा क्रिकेट में नए थे, इसके बावजूद शानदार खेल के चलते उन्हें आईसीसी अवार्ड मिला। साल 2013 में चेतेश्वर पुजारा को आईसीसी के उभरते हुए खिलाड़ियों के अवार्ड से सम्मानित किया गया।
#2 युजवेंद्र चहल
युजवेंद्र चहल भी आईसीसी अवार्ड अपने नाम करने में कामयाब हो सके हैं। पिछले कुछ सालों में युजवेंद्र चहल ने अपनी गेंदों से शानदार प्रदर्शन किया है जिसके चलते वो टीम में अपने स्थान बनाए रखे हुए हैं। युजवेंद्र चहल अपने स्पिन आक्रामण के कारण सीमित ओवरों के मैचों में टीम इंडिया के लिए काफी सफल गेंदबाज साबित हो रहे हैं। साल 2017 में युजवेंद्र चहल ने 33 ओवर गेंदबाजी करते हुए 15 विकेट हासिल किए थे। इसके साथ ही उन्हें 7.5 से भी कम प्रति ओवर रन दिए। वहीं पिछले साल इंग्लैंड के खिलाफ भी टी20 मैचों में उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया। वहीं उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ अपनी जादूई गेंदबाजी का प्रदर्शन भी किया। दरअसल, 202 रनों का पीछा करते हुए इंग्लैंड ने 13 ओवर में दो विकेट के नुकसान पर 117 रन बना लिए थे। भारतीय टीम के हाथ से मैच फिसलता हुआ दिखाई दे रहा था लेकिन तभी कप्तान विराट कोहली ने युजवेंद्र चहल को गेंद थमा दी और मैच का पासा ही पलट गया। युजवेंद्र चहल ने अपने अगले दो ओवर में उम्दा गेंदबाजी करते हुए 5 विकेट हासिल कर लिए थे। इसके साथ ही इंग्लैंड की टीम 17 ओवर से पहले ही ऑलआउट हो गई। युजवेंद्र चहल ने इस मुकाबले में 25 रन देकर 6 विकेट अपने नाम किए। इसी के चलते आईसीसी के जरिए युजवेंद्र चहल को बेस्ट टी20 परफॉर्मेंस ऑफ द ईयर के खिताब से नवाजा गया।
#1 युवराज सिंह
साल 2007 में खेला गया पहला टी20 विश्व कप कौन भूल सकता है। इस टूर्नामेंट में युवराज सिंह ने एक ही ओवर में 6 छक्के जड़ने का इतिहास कायम किया था। इसके साथ ही उन्होंने टी20 मुकाबले में सिर्फ 12 गेंदों में अर्धशतक ठोक डाला था। उनकी इस पारी से पूरा क्रिकेट जगत प्रभावित था। वहीं टीम इंडिया ने साल 2007 का आईसीसी का पहला टी20 विश्व कप भी अपने नाम किया था। इस विश्व कप में युवराज सिंह का महत्वपूर्ण योगदान रहा था। इसके चलते ही टी20 में शानदार खेल के कारण आईसीसी ने युवराज सिंह को साल 2008 में आईसीसी अवार्ड से सम्मानित किया। युवराज सिंह को आईसीसी के जरिए बेस्ट टी20 परफॉर्मेंस ऑफ द ईयर का खिताब दिया गया। यह पहला मौका था जब आईसीसी ने टी20 के इस खिताब को पेश किया था। लेखक: पीयूष चौधरी अनुवादक: हिमांशु कोठारी