# 1 रिकी पॉन्टिंग (पर्थ)
सर डॉन ब्रैडमैन के बाद ऑस्ट्रेलिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज के रूप में माने जाने वाले, रिकी पॉन्टिंग ने टेस्ट और ओडीआई दोनों में ऑस्ट्रेलियाई टीम का पूरी दुनिया में सफलतापूर्वक नेतृत्व करते हुए वर्चस्व स्थापित करवाया। 168 टेस्ट में पॉन्टिंग ने 51.85 की औसत से 13378 रन बनाये, जिनमे 41 शतक शामिल हैं और वह दूसरे सर्वाधिक रन-स्कोर बनाने वाले खिलाड़ी हैं। तस्मानिया से आने वाले एक युवक ने 1995 में श्रीलंका के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत की। पर्थ के मैदान (वाका) पर 96 रन बना उन्होंने अपनी क्षमता सभी को दिखा दी। टेस्ट क्रिकेट में इसके बाद उनके अगले कुछ साल कुछ ख़ास नही गये और फिर तीन साल बाद, उनका करियर 1999-00 में पटरी पर लौटा। पर्थ में ऑस्ट्रेलिया बनाम दक्षिण अफ्रीका के एक दिन पहले 29 नवंबर 2012 को, पॉन्टिंग ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की। भले ही बतौर बल्लेबाज उनके लिए उनकी आखिरी सीरिज़ भुला देने वाली रही हो, जहाँ वह 6.4 के औसत से केवल 32 रन बना सके, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में उनका अंतिम साल का औसत 42 का एक सम्मानजनक औसत रहा जो कि इस खिलाड़ी की क्षमता को बयां करता है। लेखक: अथर्व आप्टे अनुवादक: राहुल पांडे