3. डेनिस लिली का एल्यूमीनियम बैट
15 दिसंबर 1979 को ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज डेनिस लिली एल्युमीनियम की बैट के साथ बल्लेबाजी करने के लिए उतरे। एशेज सीरीज का पहला टेस्ट मैच पर्थ में खेला जा रहा था और पहले दिन का खेल खत्म होने के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम 232 रनों पर 8 विकेट गंवाकर संघर्ष कर रही थी। लिली नाबाद 11 रनों पर खेल रहे थे। लेकिन जब दूसरे दिन का खेल शुरू हुआ तो डेनिस लिली एल्युमीनिय के बल्ले के साथ बल्लेबाजी के लिए मैदान में आए। इससे सभी लोग हैरान रह गए।
लिली पहले भी एल्युमीनियम के बैट का प्रयोग कर चुके थे। पर्थ टेस्ट के 12 दिन पहले ब्रिस्बेन मे ंवेस्टइंडीज के खिलाफ मैच में उन्होंने इसका प्रयोग किया था, लेकिन तब कोई शिकायत नहीं की गई थी। लेकिन पर्थ टेस्ट में महज 4 गेंद बाद ही जब लिली ने इयान बॉथम की गेंद को ड्राइव कर 3 रन लिया, इसके बाद ही बैट को लेकर विवाद शुरु गया। ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ग्रैग चैपल को लगा कि गेंद बाउंड्री लाइन को टच करनी चाहिए थी, इसीलिए उन्होंने 12वें खिलाड़ी रॉडनी हॉग से लिली के लिए सामान्य बल्ला भिजवाया, लेकिन लिली नहीं माने और एल्युमीनियम के बैट से ही खेलते रहे। इसके बाद इंग्लैंड टीम के कप्तान माइक ब्रेरली ने लिली के बल्ले के बारे में अंपायरों से शिकायत की।
इंग्लिश कप्तान का कहना था कि लिली के बल्ले से गेंद को नुकसान हो रहा है जिससे खेल का समय बर्बाद हो रहा है। इसके बाद ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ग्रेग चैपल खुद मैदान में आए और लिली को लकड़ी का बल्ला दिया। इससे लिली गुस्से में आग बबूला हो गए और उन्होंने अपना बल्ला जमीन पर फेंक दिया। हालांकि इसके बाद उन्होंने नए बल्ले से ही बल्लेबाजी की