किंग्स-XI पंजाब के लिए यह आईपीएल सीजन दो हिस्सों में बटा था। एक बेहतरीन शुरुआत के बाद जहाँ इस टीम ने अपने पहले 6 मैच में से 5 मैच जीते थे, उनका प्रदर्शन ख़राब होता चला गया और अंतिम 8 में से 7 मैच वो हारकर इस टूर्नामेंट से बाहर हो गये। जहाँ एक ओर केएल राहुल और क्रिस गेल के बल्ले से रन निकले थे, वहीं कुछ अन्य बड़े नाम इस सीजन में उनके लिए अच्छा प्रदर्शन नही कर पाए। यहाँ हम ऐसे ही चार खिलाड़ियों पर नज़र डाल रहे हैं, जिनका किंग्स-XI पंजाब के साथ 2019 में बना रहना मुश्किल हो सकता है।
# 4 बरिंदर सरान
2015 और 2016 में सनराइजर्स हैदराबाद के लिए बाएं हाथ के इस तेज़ गेंदबाज़ का प्रदर्शन शानदार था और धीरे धीरे गेंद के साथ उन्होंने अपना एक नाम बना लिया। उन्हें भारतीय टीम में भी शामिल किया गया था, लेकिन यह तब से उनके प्रदर्शन निरंतर ख़राब होता गया है। सरान किंग्स के लिए मुख्य गेंदबाजों में से एक थे, लेकिन नई और पुरानी गेंद दोनों के साथ प्रभावी नहीं थे और उन्हें उनकी जगह अन्य विकल्पों को आजमाने के लिए टीम ने बाद में उन्हें बेंच पर ही बैठाये रखा। वह केवल 8 मैच खेल सके थे और 58 की औसत और10.40 की इकॉनमी के साथ सिर्फ 4 विकेट लेने में सफल हुए। किंग्स अगले सीजन में सरान के बजाय अन्य विकल्पों को तलाश सकता है।
# 3 मयंक अग्रवाल
एक शानदार घरेलू सत्र बीतने के बावजूद, मयंक अग्रवाल किंग्स इलेवन पंजाब के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नही कर सके, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें अंतिम एकादश से निकलना भी पड़ा। वह लगभग अच्छी शुरुआत करने के बाद, उसे आगे ले जाते हुए एक बड़ी पारी में बदलने में नाकाम रहे, और यह पूरे टूर्नामेंट में जारी रहा। पंजाब अगले सीजन के लिए उनकी जगह अन्य विकल्पों की तलाश कर सकता है, विशेषकर ऐसे खिलाड़ियों की जो अच्छे फिनिशर की भूमिका निभा सके।
# 2 मार्कस स्टोइनिस
ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर मार्कस स्टोइनिस को पंजाब ने अपने आरटीएम कार्ड का उपयोग करके टीम में बनाये रखा था, लेकिन इस खिलाड़ी के लिए यह एक निराशाजनक सीजन रहा। प्रारंभ में, वह चोटों से पीड़ित रहे और जब टीम की ओर से मैदान में उतरने का मौका मिला, तो वह अच्छा प्रदर्शन नही कर सके। बल्ले और गेंद दोनों के साथ उनका प्रदर्शन निराशाजनक था और पंजाब अगले सीज़न में जब कि उनके पास एंड्रयू टाई के रूप में पहले से ही एक बेहतर ऑलराउंडर है, कुछ और भी बेहतर ऑल-राउंड विकल्पों की तलाश कर सकता है।
# 1 युवराज सिंह
युवराज सिंह ने 2008 के आईपीएल में जहाँ से शुरुआत की थी, वो एक बार फिर उसी टीम में आ पहुंचे थे, लेकिन उनके लिये यह एक खराब वापसी रही और पूरे सीज़न वह जिस तरह से खेले वह निराशाजनक था। उन्होंने गति और उछाल के खिलाफ संघर्ष तो किया ही, वह स्पिन के खिलाफ भी संघर्ष कर रहे थे। वास्तव में यह एक ऐसा सीज़न था जिसे युवराज भुलाने की कोशिश करेंगे। यह करिश्माई बल्लेबाज 8 मैचों में केवल 65 रन बना सका। उनका औसत 10.83 था और 89 की धीमी स्ट्राइक रेट उनके रन आये। इसमें आश्चर्य नही होगा यदि किंग्स इलेवन 2019 में उनकी जगह मध्य क्रम में अन्य बेहतर विकल्पों की तलाश करने जाये। लेखक: राज अनुवादक: राहुल पांडे