क्रिकेट के खेल में बल्लेबाजी जितनी मायने रखती है उनती ही मायने गेंदबाजी के भी है। हर एक टीम में स्पिन और तेज गेंदबाजों का मिश्रण देखने को मिलता है। स्पिन गेंदबाज जहां अपनी फिरकी का कमाल दिखाते हैं तो वहीं तेज गेंदबाज अपनी धारदार गेंदों से बल्लेबाजों को परेशान करने का काम करते हैं। हालांकि क्रिकेट के मैदान पर ऐसे कम ही गेंदबाज देखे गए हैं जो स्पिन और तेज गेंदबाजी दोनों ही बेहद ही सहज तरीके से नियमित तौर पर कर लेते हैं। अगर कोई गेंदबाज स्पिन और तेज गेंदबाजी दोनों में ही सफल है तो इससे टीम के कप्तान को भी ज्यादा विकल्प मिल जाते हैं। ऐसे में आइए जानते हैं उन गेंदबाजों के बारे में जो स्पिन और तेज गेंदबाजी दोनों में माहिर थे।
#4 कॉलिन मिलर
कॉलिन मिलर ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज थे, जिन्होंने अपने देश के लिए साल 1998 से 2001 के बीच 18 टेस्ट मुकाबले खेले। कॉलिन मिलर गेंद को स्पिन और पेस दोनों ही तरीकों से फेंकने में माहिर थे। ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट में उन्होंने मध्यम गति से गेंदबाजी की तो वहीं उन्होंने एशिया में ऑफ स्पिन गेंदबाजी की। उन्होंने अपने करियर में 69 टेस्ट विकेट हासिल किए ।
#3 एंड्रयू साइमंड्स
ऑस्ट्रेलिया के एंड्रयू साइमंड्स अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी के लिए जाने जाते रहे हैं लेकिन गेंदबाजी में भी एंड्रयू साइमंड्स का प्रदर्शन शानदार रहा। एंड्रयू साइमंड्स का विवादों से भी काफी नाता रहा लेकिन मैदान पर एंड्रयू साइमंड्स एक मेहनती खिलाड़ी के तौर पर देखे जाते थे। वहीं एंड्रयू साइमंड्स में एक खास बात यह भी थी कि एंड्रयू साइमंड्स स्पिन और पेस दोनों ही तरह की गेंदबाजी कर लिया करते थे। इसके साथ ही वो बल्लेबाज के अलावा गेंदबाजी में भी टीम को अतिरिक्त विपल्प देते थे।
#2 सर गारफील्ड सोबर्स
वेस्टइंडी के सर गारफील्ड सोबर्स क्रिकेट के महानतम खिलाड़ियों में गिने जाते हैं। अपने करियर में उन्होंने 57.8 की औसत से 8032 टेस्ट रन स्कोर किए। वहीं सोबर्स ने साल 1958 में पाकिस्तान के खिलाफ 365 रनों की पारी खेली। बल्लेबाजी के अलावा सोबर्स की गेंदबाजी भी काफी शानदार थी। सोबर्स में खासियत थी कि वो स्पिन और तेज दोनों ही गति से गेंदबाजी कर सकते थे। इसके साथ ही उन्होंने अपने टेस्ट करियर में 235 विकेट हासिल किए।
#1 सचिन तेंदुलकर
क्रिकेट के भगवान माने जाने वाले भारतीय टीम के मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर भी किसी से पीछे नहीं है। क्रिकेट की दुनिया में ऐसा कोई रिकॉर्ड नहीं होता जो सचिन तेंदुलकर ने न बनाया है। सचिन की बल्लेबाजी कमाल की थी, जिसके कारण ही आज टेस्ट और वनडे में रनों के मामले में तेंदुलकर सबसे आगे हैं। वहीं शतकों के मामले में सचिन के नाम सबसे ज्यादा 100 अंतर्राष्ट्रीय शतक दर्ज है। हालांकि सचिन गेंदबाजी में भी अपना कमाल दिखाते थे और स्पिन और पेस दोनों ही तरह की गेंदबाजी करने में माहिर थे। सचिन के नाम अंतराष्ट्रीय करियर में 201 विकेट दर्ज हैं। अपनी गेंदबाजी के चलते सचिन भारत को कई मैच जिता चुके हैं। लेखक: रैना सिंह अनुवादक: हिमांशु कोठारी