लेग स्पिनर पीयूष चावला ने 2006 की चैलेंजर ट्रॉफी में अपनी गुगली से सचिन तेंदुलकर को आउट कर सुर्खियां बटोरी थीं। उन्होंने 18 साल की उम्र में अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में अपना पर्दापण किया था लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ पहली सीरीज़ में वह कुछ खास नहीं कर पाए थे। वह 2007 के टी-20 विश्व कप में टीम का हिस्सा बनने में कामयाब रहे, हालांकि उन्हें कोई भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला और 2011 विश्वकप में अमित मिश्रा को छोड़कर उन्हें प्राथमिक लेग स्पिनर के रूप में टीम में शामिल किया गया था। भारत के लिए चावला ने अपना पहला टी 20 दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2010 में खेला, जिसमें उन्होंने 27 रन देकर एक विकेट लिया था। इसके बाद उन्होंने कुछेक और मैचों में हिस्सा लिया। 2012 में उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ अपना आखिरी टी-20 मैच खेला था।