भारतीय क्रिकेट टीम फिलहाल इंग्लैंड दौरे पर है। एकदिवसीय और टी20 मैचों की सीरीज के बाद अब टीम इंडिया और इंग्लैंड पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए आमने-सामने है। इस सीरीज के शुरुआती दो टेस्ट मैचों में भारतीय टीम इंग्लैंड के आगे फिसड्डी साबित हुई है और शुरुआती दोनों ही मैचों में टीम इंडिया को निराशाजनक बल्लेबाजी और गेंदबाजी से शिकस्त का सामना करना पड़ा है। ऐसे में टीम में कुछ खिलाड़ी भी ऐसे मौजूद हैं जो लगातार खराब प्रदर्शन कर रहे हैं। टीम इंडिया के सेलेक्टर्स को आगे के लिए इन खिलाड़ियों को ड्रॉप करना ही बेहतर होगा। ऐसे में आइए जानते हैं उन खिलाड़ियों के बारे में जिन्हें इस सीरीज के बाद बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है। #4 उमेश यादव उमेश यादव को इंग्लैंड दौरे में क्रिकेट के सभी फॉर्मेट में चुना गया था लेकिन उमेश उम्मीदों पर खरे नहीं उतर पाए। उमेश की निराशाजनक गेंदबाजी टी20, एकदिवसीय और टेस्ट में देखने को मिली है। आईपीएल में अपने शानदार खेल के कारण ही उन्हें इंग्लैंड दौरे के लिए चुना गया और फिर इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में उन्हें जसप्रित बुमराह और भुवनेश्वर कुमार के चोटिल हो जाने के कारण टीम में भी शामिल किया गया। लेकिन उनका प्रदर्शन टीम के किसी भी काम का नहीं रहा। उमेश यादव रन लुटाने के मामले में आगे रहे और साथ ही उन्होंने पहले टेस्ट मुकाबले में तीन विकेट ही हासिल किए। ऐसे में बुमराह और भुवनेश्वर को रिकवर कर लेने के बाद उमेश यादव को टीम से बाहर का रास्ता दिखाया जाना ही सही फैसला होगा। #3 शिखर धवन शिखर धवन भारतीय क्रिकेट टीम के टॉप बल्लेबाजों में गिने जाते हैं। सलामी बल्लेबाजी करते हुए उन्होंने कई बार टीम इंडिया के लिए शानदार शुरुआत की है। हालांकि काफी समय से शिखर धवन नाकाम हो रहे हैं। इंग्लैंड के खिलाफ शिखर धवन को चेतेश्वर पुजारा की जगह टीम में शामिल किया गया। हालांकि शिखर धवन बल्ले से कोई कमाल नहीं दिखा पाए और उन्होंने पहले टेस्ट मैच में सिर्फ 39 रन ही स्कोर किए। हालांकि ट्रेंट ब्रिज टेस्ट में उन्होंने ठीक-ठाक खेल दिखाया है लेकिन इसे काफी नहीं कहा जा सकता। टीम इंडिया के ओपनर भी फिलहाल टीम को ठीक शुरुआत देने में नाकाम रहे हैं। ऐसे में शिखर धवन को भी सीरीज के अंत में खुद पर गाज गिरने का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए।#2 मुरली विजय मुरली विजय भारतीय क्रिकेट टीम में टेस्ट स्पेशलिस्ट के तौर पर देखे जाते हैं। उन्होंने कई बार टीम को मजबूत शुरुआत देने में भी कामयाबी हासिल की है। वहीं कई लोग इस बात को नहीं जानते होंगे कि साल 2014 में जब भारत ने इंग्लैंड दौरा किया था तो मुरली विजय टीम की ओर से उस दौरान सबसे ज्यादा रन स्कोर करने वाले खिलाड़ी थे। हालांकि इस बार कहानी बिल्कुल उलट है। इस बार इंग्लैंड दौरे में मुरली विजय का बल्ला शांत है। इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में मुरली विजय को संघर्ष करते हुए देखा जा रहा है। इंग्लैंड के गेंदबाजों की गेंदबाजी को समझने में मुरली विजय को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में मुरली विजय इंग्लैंड के आगे आसानी से घुटने टेक दे रहे हैं। सीरीज के बाद चयनकर्ताओं की मुरली विजय पर भी टीम में जगह को लेकर तलवार लटक सकती है।#1 दिनेश कार्तिक दिनेश कार्तिक ने आईपीएल 2018 में शानदार प्रदर्शन किया था, जिसके कारण उन्हें इंग्लैंड दौरे के लिए भी चुना गया। चोटिल ऋद्धिमान साहा की गैरमौजूदगी में टीम इंडिया की टेस्ट टीम में दिनेश कार्तिक को शामिल किया गया। वहीं भारत के वार्म अप मैच में दिनेश कार्तिक ने 95 गेंदों का सामने करते हुए 82 रन ठोक डाले थे। ऐसे में उनसे उम्मीदें की जाने लगी थी कि दिनेश कार्तिक इस सीरीज में अहम भूमिका निभाएंगे। हालांकि उम्मीदों पर पानी फिरते देर नहीं लगता है और दिनश कार्तिक के मामले में भी यही देखने को मिला। दिनेश कार्तिक अपने खेल से प्रभावित नहीं कर पाए और रन स्कोर करने में नाकाम साबित हुए। वहीं विकेटकीपिंग में भी दिनेश कार्तिक का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। विकेटकीपिंग के दौरान दिनेश कार्तिक ने इंग्लैंड के बल्लेबाजों को पैवेलियन भेजने के कई मौके गंवाए। पहले दो टेस्ट मैचों में अगर दिनेश कार्तिक के रन स्कोर करने को लेकर बात की जाए तो दिनेश कार्तिक ने पहले दो टेस्ट मैचों की चार पारियों में 0, 21, 1, 0 रन स्कोर किए हैं। ऐसे में सीरीज के आखिर में दिनेश कार्तिक का टीम से बाहर होना लगभग तय है। लेखक: सूरज श्री गणेश अनुवादक: हिमांशु कोठारी