#1 माइकल हसी
माइकल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में देर से आने वाले खिलाड़ी थे। उन्होंने 30 साल की उम्र में अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत की और उन्हें अपने करियर के शुरुआती भाग में टेस्ट प्लेयर के रूप में जाना जाता था। यह एक पहले से बनायी गयी धारणा है कि उम्र के साथ बल्लेबाज धीमे होते जाते हैं और आसानी से रन बनाना उनके लिए मुश्किल होता है। लेकिन हसी ने इस सिद्धांत को गलत साबित कर दिया। वह उम्र के साथ बेहतर हो गये और टी-20 क्रिकेट को शानदार ढंग से अपना लिया। ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए कुछ शानदार पारी खेलने के बाद हसी आईपीएल में भी महत्वपूर्ण भाग बन गये। मिस्टर क्रिकेट के नाम से मशहूर हसी ने आईपीएल 2011 में सीएसके की खिताब जीत के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभायी थी। उन्होंने खुद को टी-20 बल्लेबाज के रूप में खुद को परिवर्तित करके पुन: पेश किया और टी-20 क्रिकेट में रन बनाने के कई तरीके खोजे। हसी ने 37 साल की उम्र में 2013 में ऑरेंज कैप भी अपने नाम किया। वह आईपीएल इतिहास में सबसे सफल विदेशी खिलाड़ियों में से एक है। लेखक- रैना सिंह अनुवादक- सौम्या तिवारी