महेंद्र सिंह धोनी भारतीय क्रिकेट इतिहास में सचिन के बाद सबसे बड़ा नाम है। उन्होंने जो कामयाबी हासिल की है उसके बराबर पहुंच पाना किसी खिलाड़ी के लिए आसान नहीं होगा। ज़ाहिर सी बात है एक दिन ऐसा आएगा जब ये महान खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह देगा। ऐसे में भारतीय चयनकर्ताओं को ऐसे खिलाड़ी की तलाश होगी जो माही की जगह ले सकता है। जिस तरह धोनी टेस्ट क्रिकेट से अचानक संन्यास ले लिया था, तब ऋद्धिमान साहा को धोनी की जगह विकेटकीपिंग की ज़िम्मेदारी सौंपी गई थी। अगर टीम इंडिया को भविष्य में अपनी कामयाबी को बरक़रार रखना है तो उसे एक ऐसे खिलाड़ी की तलाश करनी होगी जो धोनी की जगह ले सकता है। टीम मैनेजमेंट को ऐसे ही खिलाड़ी की लिस्ट तैयार करनी होगी। आईपीएल के 11वें सीज़न में कई ऐसे भारतीय विकेटकीपर-बल्लेबाज़ सामने आए हैं जिन्होंने अपने प्रदर्शन से हर किसी का दिल जीता है। हांलाकि धोनी की कमी को पूरा कर पाना टीम मैनेजमेंट के नामुमकिन है, लेकिन ये 4 खिलाड़ी ऐसे ही जो धोनी के संन्यास लेने के बाद उनकी जगह ले सकते हैं।
#4 केएल राहुल
केएल राहुल टीम इंडिया के लिए अकसर नंबर 4 पर बल्लेबाज़ी करते हैं, लेकिन उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मैच में एक बार भी कीपर के दस्ताने नहीं पहने हैं। सुनील गावस्कर ने उनके बारे में कहा था कि, राहुल काफ़ी मेहनत कर रहे हैं और अपनी कीपिंग को बेहतर बनाने की कोशिश कर रहे हैं। हांलाकि केएल राहल ने 2 साल तक आईपीएल में विकेटकीपिंग की ज़िम्मेदारी संभाली है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस काम को अंजाम देना थोड़ा मुश्किल होगा। टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच में उन्हें विकेटकीपिंग का काम सौंपा जा सकता है अगर धोनी किसी वजह से मैच से बाहर रहते हैं। ऐसा लग रहा है कि धोनी आईसीसी वर्ल्ड टी-20 2020 तक टीम इंडिया के लिए खेलते रहेंगे। ऐसे में राहुल के पास ख़ुद को साबित करने का पूरा मौका है।
#3 संजू सैमसन
इस साल के आईपीएल सीज़न में संजू सैमसन का प्रदर्शन कमाल का था, साथ ही साथ उन्होंने घरेलू सर्किट में भी अच्छा खेल दिखाया था। आईपीएल की 15 पारियों में उन्होंने 32 की औसत से 441 रन, और रणजी में 52.25 की औसत से 12 पारियों में 627 रन बनाए हैं। केएल राहुल की तरह संजू सैमसन भी रेग्युलर विकेटकीपर नहीं हैं। हांलाकि उन्होंने कुछ एक सीज़न के लिए केरल टीम के लिए दस्ताने पहने हैं। इस बात में कोई शक नहीं है कि संजू सैमसन एक क़ाबिल खिलाड़ी हैं, लेकिन उन्हें अपनी फ़िटनेट पर थोड़ा ध्यान देना होगा। हाल में ही हुए यो-यो टेस्ट में वो फ़ेल हो गए और उन्हें इंडिया-ए टीम से बाहर होना पड़ा। ये बात क़ाबिल-ए-ग़ौर है कि वो अभी महज़ 23 साल के हैं, ऐसे में वो एक दिन ज़रूर टीम इंडिया में शामिल हो सकते हैं। राहुल द्रविड़ भी इस खिलाड़ी की तारीफ़ करते नहीं थकते। सैमसन मिडिल ऑर्डर के साथ-साथ टॉप ऑर्डर में भी खेल सकते हैं। धोनी के संन्यास के बाद चयनकर्ता उन्हें ज़रूर मौका देंगे।
#2 ईशान किशन
ईशान किशन एक बाएं हाथ के हुनरमंद विकेटकीपर-बल्लेबाज़ हैं। वो पहली बार साल 2016 के आईसीसी अंडर-19 वर्ल्ड कप के दौरान चर्चा में आए थे। उस वक़्त उनकी उम्र महज़ 17 साल की थी। रणजी ट्रॉफ़ी में ईशान किशन झारखंड टीम की तरफ़ से सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज़ हैं। उन्होंने दिल्ली के ख़िलाफ़ 273 रन की पारी खेली थी। उन्होंने अपना पहला 2 आईपीएल सीज़न गुजरात लॉयंस टीम की तरफ़ से खेला था, लेकिन आईपीएल में पहला ब्रेक तब मिला जब मुंबई इंडियंस ने उन्हें 6.2 करोड़ की कीमत में ख़रीदा। इस साल किशन के खेल में काफ़ी अनुशासन देखने को मिला जो पिछले 2 सीज़न में ग़ायब था। ईशान झारखंड राज्य से ताल्लुक रखते हैं। उनमें अभी काफ़ी क्रिकेट बाक़ी है। अब टीम मैनेजमेंट को तय करना है कि धोनी के बाद ईशान किशन को मौका देना है या नहीं।
#1 ऋषभ पंत
ईशान को सुर्ख़ियों में आए अभी 2 साल ही हुए हैं लेकिन इन युवा खिलाड़ी ने धमाका मचा दिया है। वो साल 2016 के आईसीसी अंडर-19 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया के सदस्य थे, उस टूर्नामेंट में पंत ने नेपाल के ख़िलाफ़ 24 गेंदों में 75 रन बनाया था। इसके अगले ही मैच में उन्होंने शानदार शतक लगाया था। उसी साल उन्हें आईपीएल की दिल्ली डेयरडेविल्स टीम में शामिल किया गया था। घरेलू दिल्ली टीम में वनडे के लिए उन्हें कप्तान भी बनाया गया है। पंत एक बेहद विस्फोटक बल्लेबाज़ हैं, उन्हें कभी भी अपनी पसंदीदा क्रम में बल्लेबाज़ी करने मौका नहीं मिला, लेकिन उन्होंने रन बनाने में कभी कमी नहीं की। आईपीएल के 11वें सीज़न में उन्होंने तूफ़ान ला दिया और टूर्नामेंट के दूसरे सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बने। इस आईपीएल सीज़न में उन्होंने 52.62 की औसत से 684 रन बनाए थे। हांलाकि उन्हें टी-20 अंतरराष्ट्रीय में खेलने का मौका मिला लेकिन वो इस मौके को भुना पाने में नाकाम रहे और टीम से बाहर हो गए। फ़िलहाल वो जिस फ़ॉर्म में चल रहें हैं वो धोनी की जगह आसानी से ले सकते हैं। लेखक- निखिल पोटनिस अनुवादक- शारिक़ुल होदा