किसी बल्लेबाज़ द्वारा एक ओवर में लगाए छक्के किसी भी मैच का पासा पलट सकते हैं। ऐसे बल्लेबाज़ जो अपनी मर्ज़ी से छक्के लगा सकता हो क्रिकेट प्रशंसकों का चहेता बन जाता है। उदाहरण के तौर पर क्रिस गेल और एबी डिविलियर्स जैसे खिलाड़ी गगनचुंबी छक्के लगाने की क्षमता रखते हैं और इसलिए वे क्रिकेट प्रशंसकों के बीच लोकप्रिय हैं। भारतीय टीम में सौरव गांगुली और युवराज सिंह गगनचुम्बी छक्के लगाने के लिए जाने जाते थे। हालाँकि, कुछ ऐसे खिलाड़ी भी हैं जिन्होंने सैंकड़ों रन बनाए हैं लेकिन अपने पूरे क्रिकेट वनडे करियर में एक भी छक्का नहीं लगा पाए। तो आइये ऐसे चार बल्लेबाज़ों पर एक नज़र डालें जिन्होंने होने पूरे क्रिकेट जीवन में कभी छक्का नहीं लगाया: कैलम फर्ग्यूसन (ऑस्ट्रेलिया) 2009 में ऑस्ट्रेलिया के लिए अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत करने वाले कैलम फर्ग्यूसन ने अभी तक 30 वनडे मैचों में शिरकत की है। फर्ग्यूसन ने अपना आखिरी वनडे 2011 में खेला था। 2009 में हुए चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में उन्हें घुटने में गंभीर चोट आई थी जिसकी वजह से उन्हें पूरा सीज़न बाहर बैठना पड़ा। इसका असर उनके क्रिकेट करियर पर भी पड़ा और वह पिछले 7 सालों से टीम से बाहर चल रहे हैं। अपने वनडे करियर में, फर्ग्यूसन ने 41.43 की औसत से कुल 663 रन बनाए हैं, जिसमें 5 अर्धशतक शामिल हैं। हालाँकि उन्होंने अपने पूरे वनडे करियर में कभी भी छक्का नहीं लगाया।जेफ्री बॉयकॉट (इंग्लैंड) जेफ्री बॉयकॉट को दुनिया के महानतम सलामी बल्लेबाज़ों में से एक माना जाता है। जेफ्री इंग्लैंड के लिए टेस्ट प्रारूप में छठे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं। उन्होंने अपने करियर में 36 एकदिवसीय मैच खेले, और एक शतक और 9 अर्धशतक सहित 1000 से अधिक रन बनाए हैं। उन्होंने अपने वनडे करियर में 84 चौके भी लगाए हैं, लेकिन अपने पूरे वनडे करियर में वह एक भी छक्का नहीं लगा पाए।मनोज प्रभाकर (भारत) मनोज प्रभाकर 1990 के दशक में भारतीय टीम के की नियमित खिलाड़ी थे। निचले क्रम में एक उपयोगी बल्लेबाज होने के साथ-साथ वह दाएं हाथ के मध्यम तेज गेंदबाज भी थे। उन्होंने भारत के लिए कई मैच जिताऊ पारियां खेली हैं और कुछ समय के लिए उन्होंने सलामी बल्लेबाज़ की भूमिका नहीं निभाई है। अपने 12 साल के क्रिकेट करियर में उन्होंने 130 वनडे मैच खेले हैं, जिनमें उन्होंने 24 से अधिक की औसत से दो शतक और 11 अर्धशतकों की मदद से 1858 रन बनाए हैं। लेकिन अपने वनडे क्रिकेट करियर में उन्होंने एक भी छक्का नहीं लगाया।थिलन समरवीरा (श्रीलंका) एक बढ़िया ऑफ स्पिनर होने के साथ साथ, थिलन समरवीरा श्रीलंका के मध्य क्रम के मुख्य बल्लेबाज़ भी रहे हैं। समरवीरा एक कुशल बल्लेबाज थे जिन्होंने 81 टेस्ट खेले और 48.76 के औसत से 5462 रन बनाए हैं। उन्होंने कुमार संगकारा और महेला जयवर्धने जैसे श्रीलंका के कुछ महान खिलाड़ियों के साथ खेलने का गौरव प्राप्त है। हालाँकि, वह अपने वनडे करियर में उतने कामयाब नहीं रहे। अपने 12 साल के करियर में उन्होंने 53 वनडे मैच खेले और 27.80 के औसत से कुल 862 रन बनाए। यद्यपि उन्होंने अपने वनडे करियर में दो शतक लगाए हैं और कुल 76 चौके लगाए हैं, लेकिन आश्चर्यजनक की बात हैं कि उन्होंने अपने वनडे करियर में एक नहीं छक्का नहीं लगाया है। लेखक: अरविंद रॉय अनुवादक: आशीष कुमार