IPL 2018: 4 कारण जो दिल्ली डेयरडेविल्स को बनाते हैं ख़िताब के दावेदार

दिल्ली डेयरडेविल्स का आईपीएल इतिहास अब तक कुछ ख़ास नही रहा है। पहले आईपीएल में सेमीफाइनल तक पहुँचने में सफल रही इस टीम के लगातार संस्करणों में, उनके प्रदर्शन में निरंतर गिरावट आती रही है और वे अपने प्रशंसकों की अपेक्षाओं को पूरा करने में नाकाम रहे। जयवर्धने, युवराज सिंह, सहवाग, जहीर खान जैसे महान खिलाडियों के समय समय पर टीम में होने के बावजूद, डीडी कभी भी वास्तव में सफलता का इंतज़ार ही कर रही है। यह तथ्य इससे पता लगाया जा सकता है कि सक्रिय आईपीएल टीमों के बीच, डीडी एकमात्र ऐसी टीम है जो कभी आईपीएल फाइनल तक नहीं पहुंची है। हालांकि, इस बार उनकी शुरुआत भले ही अच्छी नही रही है, यह टीम कहानी बदलने को तैयार है क्योंकि नीलामी में कई अच्छे खिलाड़ी चुनने के बाद, इस समय के दिल्ली एक बेहद संतुलित टीम है। यहाँ हम ऐसे चार कारणों का पता लगा रहे हैं जो कि दिल्ली को इस आईपीएल का ख़िताब का दावेदार बनाते हैं।

# 1 विस्फोटक विदेशी बल्लेबाज़

टी -20 क्रिकेट में किसी भी टीम की सफलता ज्यादातर विस्फोटक बल्लेबाजी और गेंदों पर शक्तिशाली प्रहार करने पर निर्भर करती है। दिल्ली डेयरडेविल्स के पास इस सीजन में सबसे विनाशकारी और विस्फोटक विदेशी बल्लेबाजी संयोजन है। कॉलिन मुनरो, ग्लेन मैक्सवेल, और जेसन रॉय जैसे खिलाड़ियों की टीम शीट को देखते हुए, डीडी कागज पर काफी मजबूत लग रही है। जेसन रॉय इंग्लैंड के लिए काफी समय से शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं और इंग्लैंड के सीमित ओवरों के क्रिकेट में कायाकल्प में उनका काफी योगदान है। वह हाल ही में इंग्लैंड के लिए सबसे बड़ा वनडे व्यक्तिगत स्कोर (190) बना चुके हैं। उनके साथ कीवी सलामी बल्लेबाज कॉलिन मुनरो भी हैं, जो कि टी 20 क्रिकेट के पावर हिटर में से एक हैं। मुनरो को हाल ही में कीवी टीम ने एक सलामी बल्लेबाज के रूप में पदोन्नत किया और तब से वह शानदार फॉर्म में चल रहे है, और उन्हें वेस्टइंडीज के खिलाफ हाल में प्लेयर ऑफ द सीरीज़ पुरस्कार मिला था। उनकी क्षमता का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि वह 3 अंतर्राष्ट्रीय टी 20 शतक लगाने वाले एकमात्र खिलाड़ी हैं, वह पावरप्ले ओवरों का पूरा फायदा उठा सकते हैं। हालांकि पहले मैच में किंग्स-XI पंजाब के ख़िलाफ़ मुनरो नाकाम रहे थे, पर आने वाले मैचों में उनसे उम्मीद ज़रूर रहेगी। इन दोनों के साथ, डीडी में ग्लेन मैक्सवेल पसंद भी है, जिनका आईपीएल में पिछला प्रदशन ही उनकी क्षमता बताता है, और डेनियल क्रिश्चियन के साथ क्रिस मॉरिस जैसे बल्लेबाजों के पास लम्बे शॉट लगाने और अपने दम पर टीम को मैच जीताने की क्षमता है।

# 2 बेहद प्रतिभाशाली भारतीय बल्लेबाज़

आईपीएल के इतिहास को देखें तो पायेंगें कि सबसे सफल टीमों के पास एक मजबूत भारतीय बल्लेबाजी क्रम रहा है। डीडी में कुछ ऐसे ही प्रतिभाशाली और कुशल भारतीय बल्लेबाज़ हैं जो बल्लेबाज़ी क्रम को मजबूती प्रदान करते हैं। कप्तान गौतम गंभीर आईपीएल के इतिहास में सबसे सफल बल्लेबाज़ों में से एक हैं। उनके नाम सबसे ज़्यादा अर्धशतक और आईपीएल में सबसे ज़्यादा बाउंड्री के रिकॉर्ड हैं और उनका पूर्व फ्रैंचाइजी केकेआर की कामयाबी में अहम योगदान रहा था। दिल्ली के ही ऋषभ पंत और श्रेयस अय्यर डीडी द्वारा नीलामी से पहले रिटेन किये गये केवल 2 भारतीय खिलाड़ी थे। इन दोनों ने घरेलू क्रिकेट में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है, और इसी के चलते उन्हें हाल ही में अपनी भारतीय कैप्स मिली थी। ये दोनों बल्लेबाज़ मध्य क्रम का आधार बनेंगे और बीच के महत्वपूर्ण ओवरों रन का प्रवाह बनाये रखना चाहेंगे। इसके अतिरिक्त, भारत के अंडर-19 विश्वकप सितारे रहे पृथ्वी शॉ और मनजोत कालरा इस फ्रैंचाइज़ी का हिस्सा हैं। मनजोत विश्व कप में ‘मैन ऑफ़ द टूर्नामेंट’ थे। इन दोनों युवाओं की टीम में बड़ी भूमिका होगी। साथ ही ऑल राउंडर विजय शंकर और गुरकीरत सिंह मान भी उपयोगी बल्लेबाज हैं।

# 3 संतुलित गेंदबाज़ी आक्रमण

एक सफल टी 20 टीम को बल्लेबाजी विभाग के साथ ही एक अच्छे गेंदबाजी आक्रमण की जरूरत होती है। डीडी का गेंदबाजी आक्रमण बेहद संतुलित है और शक्तिशाली घरेलू और विदेशी गेंदबाजों का एक अच्छा संयोजन फ्रैंचाइज़ी के पास है। भारत के प्रमुख गेंदबाज मोहम्मद शमी डीडी के लिए एक महत्वपूर्ण शुरूआती गेंदबाज़ होंगे। अपनी निजी परेशानियों के बावजूद, वह इस सीजन में अच्छे प्रदर्शन के लिए उत्साहित होंगे। कीवी तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट ने हाल की टेस्ट सीरीज में इंग्लैंड के खिलाफ ‘मैन ऑफ़ द टूर्नामेंट’ पुरस्कार हासिल किया था। दक्षिण अफ्रीका के क्रिस मॉरिस अंतिम ओवेरो में एक विशेषज्ञ गेंदबाज़ हैं, जबकि युवा आवेश खान को 140 मील प्रति घंटे की रफ़्तार से लगातार गेंदबाज़ी कर सकने की उनकी क्षमता के लिए जाना जाता है। स्पिनरों में डीडी के पास अनुभवी अमित मिश्रा और प्रतिभाशाली जयंत यादव हैं। पंजाब के ऑल-राउंडर गुरकीरत सिंह मान एक और महत्वपूर्ण विकल्प हैं। नेपाल के युवा गेंदबाज़ संदीप लामिछाने X-फैक्टर बन सकते हैं। 17 वर्षीय यह खिलाड़ी ज्यादा जाना पहचाना नाम नही है, मगर उनके पास घातक गुगली है जो कि बल्लेबाजों को असमंजस में डाले रखने की क्षमता रखती है। यहां तक ​​कि शाहबाज नदीम ने अपने आईपीएल करियर में अब तक मिले सीमित अवसरों में अच्छा प्रदर्शन किया है।

# 4 गौतम गंभीर जैसा अनुभवी कप्तान

दिल्ली डेयरडेविल्स के पास इस बार एक ऐसा कप्तान है जिसके पास अनुभव तो है ही साथ ही उनके पास बतौर कप्तान आईपीएल में उपलब्धियां भी हैं। टी20 प्रारूप में कप्तान के रूप में तीसरे सबसे अनुभवी कप्तान है, केवल महेंद्र सिंह धोनी और डेरेन सैमी ने उनसे ज्यादा कप्तानी की है। गंभीर ऐसे खिलाड़ी है जो एक बल्लेबाज और कप्तान के रूप में आगे बढ़कर कंधों पर जिम्मेदारी लेते हैं और महत्वपूर्ण क्षणों में अपनी टीम के लिए बेहतरीन प्रदर्शन कर दिखाते है। वर्ष 2009 के आईसीसी टेस्ट क्रिकेटर होने के साथ ही उन्होंने क्रमशः 2012 और 2014 में अपनी पूर्व फ्रैंचाइजी केकेआर की टीम का आईपीएल ट्रॉफी दिलाते हुए नेतृत्व किया। वह घरेलू सर्किट में भी बेहद अनुभवी कप्तान हैं। इन सभी तथ्यों को ध्यान में रखते हुए यह तो माना जा सकता है, कि दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम इस सीजन में ख़िताब की प्रबल दावेदार बन सकती है। हालांकि इस सीज़न के पहले मैच में किंग्स-XI पंजाब के हाथों दिल्ली डेयरडेविल्स को हार मिली है, लेकिन इससे ये टीम जल्द उबरते हुए वापसी करने की क्षमता रखती है। लेखक: दीपक कृष्णन अनुवादक: राहुल पांडे

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