क्रिकेट जगत के सबसे बड़े टूर्नामेंट आईसीसी विश्व कप में अब एक साल से भी कम समय बचा है और आईपीएल में चेन्नई सुपरकिंग्स की खिताबी जीत के बाद भारतीय क्रिकेट फैंस का ध्यान अब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की ओर हो गया है। भारतीय टीम पूरी योजना के साथ विश्व कप में उतरती है तो टीम इंडिया देश को तीसरा वनडे विश्व जिता सकती है। विश्व कप में होने वाले मुकाबलों की फेहरिस्त पहले ही जारी हो चुकी है, हम ऐसे चार कारणों पर एक नज़र डालेंगे जो साबित करते हैं कि विराट कोहली भारत के महान क्रिकेटर महान कपिल देव के नक्शे कदम पर चलते हुए एक बार फिर से लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान में विश्व कप की ट्रॉफी पकड़ सकते हैं:
मजबूत बल्लेबाजी क्रम
मौजूदा समय में कोई अन्य टीम वर्तमान में भारतीय टीम जैसे बेहतरीन बल्लेबाज़ नहीं रखती। रोहित शर्मा और शिखर धवन की मजबूत सलामी बल्लेबाज़ जोड़ी दुनिया की सर्वश्रेष्ठ जोड़ियों में से एक है। लोकेश राहुल, विराट कोहली और हार्दिक पांड्या टीम के मध्य क्रम को मज़बूती प्रदान करते हैं जबकि इसके इसके बाद एमएस धोनी के रूप में टीम के पास एक अनुभवी फिनिशर मौजूद है, जिन्होंने आईपीएल में अपने हालिया प्रदर्शन से अपे आलोचकों का मुँह बंद कर दिया है। आईपीएल में युवा बल्लेबाज़ संजू सैमसन और ऋषभ पंत ने भी बेहतरीन प्रदर्शन कर राष्ट्रीय टीम में शामिल होने की दावेदारी पेश की है। हाल के वर्षों में बल्लेबाजों के बेहतरीन फॉर्म और लगातार अच्छे प्रदर्शन को देखते हुए भारतीय टीम तीसरी बार विश्व विजेता बनने की प्रबल दावेदार है।
इंग्लैंड की पिचों पर भारत का प्रदर्शन
इंग्लैंड में अगले साल होने वाले विश्व कप को देखते हुए भारत के लिए वर्तमान इंग्लैंड दौरा बहुत महत्वपुर्ण माना जा रहा है। तेज़ गेंदबाज़ों की मददगार मानी जाने वाली इंग्लैंड की विकेट भारतीय गेंदबाज़ों के लिए बिलकुल मुफीद हैं। इसके अलावा भारतीय बल्लेबाज़ों ने भी इंग्लैंड में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। भारत के शीर्ष क्रम के बल्लेबाज़ रोहित शर्मा और शिखर धवन की विदेशी पिचों पर उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन ना करने पाने के कारण अक्सर आलोचना का शिकार होना पड़ा है लेकिन इंग्लैंड में उनका रिकॉर्ड शानदार है। दोनों ने 2013 और 2017 में भारत के लिए चैंपियंस ट्रॉफी में जबरदस्त प्रदर्शन किया था। वहीं ऑस्ट्रेलिया के मुकाबले इंग्लैंड के मैदान काफी छोटे हैं, जो हार्दिक पांड्या और रविंद्र जडेजा जैसे पिंच हिटर्स के लिए अनुकूल हैं। इन सब तथ्यों को देखते हुए यह कहना उचित होगा कि भारतीय वनडे टीम 2019 में विश्व कप ख़िताब की प्रबल दावेदार होगी।
ऑस्ट्रेलिया टीम का पतन
कैपटाउन में गेंद से छेड़छाड़ मामले में ऑस्ट्रेलिया के दो दिग्गज खिलाड़ी स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर को एक साल के लिए निलंबित कर दिया गया था। इसकी वजह से ऑस्ट्रेलियाई टीम काफी कमज़ोर पड़ गई है। ऑस्ट्रेलियाई टीम हमेशा से वनडे प्रारूप में एक शक्तिशाली टीम रही है, लेकिन स्मिथ-वार्नर की अनुपस्थिति में कंगारू टीम निश्चित रूप से कमज़ोर हो गई है। जबकि ऑस्ट्रेलिआई कोच जस्टिन लैंगर के पास अभी भी एक साल तक का समय है कि वो टीम को दोबारा नए सिरे से खड़ा कर पाए। हालाँकि प्रतिबंधित जोड़ी अभी भी टूर्नामेंट में भाग लेने की पात्र है, लेकिन एक साल के लिए मैच अभ्यास की कमी के कारण उनकी फॉर्म पर असर पड़ेगा। ऐसे में टीम इंडिया के पास बहुत अच्छा मौका होगा कि वे तीसरी बार विश्व विजेता बन पाए।
शानदार गेंदबाज़ी आक्रमण
भारतीय गेंदबाज़ी आक्रमण शायद कभी भी इतना शक्तिशाली नहीं रहा जितना वर्तमान समय में है। भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमराह और उमेश यादव की बेहतरीन तेज़ गेंदबाज़ तिकड़ी कुलदीप यादव और युजवेन्द्र चहल जैसे स्पिनर्स भारतीय गेंदबाजी आक्रमण को और शक्तिशाली बनाते हैं। किसी भी वनडे मैच के दौरान डेथ ओवर्स बहुत महत्वपूर्ण होते हैं और मैच का नतीजा इन्हीं ओवरों पर निर्भर करता है। ऐसे में भारत के दो गेंदबाज़ बुमराह और भुवी की जोड़ी डेथ ओवर्स विशेषज्ञ माने जाते हैं। आईपीएल से अपने क्रिक्रेट करियर की शुरुआत करने वाले यह दोनों गेंदबाज़ विश्व की किसी भी बल्लेबाज़ी लाइन-अप को घुटने टेकने पर मजबूर कर सकते हैं। बुमराह ने अपने छोटे से करियर में हमेशा शानदार गेंदबाज़ी की है, जबकि भुवनेश्वर ने पिछले वर्षों से अपनी गेंदबाज़ी में सुधार किया है और अब वह दुनिया के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज़ों में से एक हैं। उमेश यादव की गती और उछाल इंग्लैंड की परिस्थितिओं में उनको फायदा पहुंचाएगी। हाल ही उन्होंने आईपीएल में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है और वर्तमान समय में भारत के इंग्लैंड दौरे में भी वह बढ़िया प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं कुलदीप यादव और युजवेन्द्र चहल दो ऐसे स्पिनर्स हैं जो किसी भी पिच पर गेंद को टर्न करा सकते हैं और ऐसा इंग्लैंड के खिलाफ टी-20 और वनडे सीरीज़ में देखने को मिल रहा है। लेखक: अभिषेक2612 अनुवादक: आशीष कुमार